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    'दिल्ली में एक भी दिन AQI 450 से पार नहीं गया', भूपेंद्र यादव का वायु प्रदूषण पर राज्य सभा में बयान

    Updated: Thu, 11 Dec 2025 11:30 PM (IST)

    केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने राज्यसभा में वायु प्रदूषण पर बोलते हुए कहा कि दिल्ली में एक भी दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 450 से ऊपर नहीं गया। उ ...और पढ़ें

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    केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव। (संसद टीवी)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बढ़े वायु प्रदूषण से यूं तो हर किसी की सांसें फूल रही हैं लेकिन लेकिन केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने गुरुवार को राज्यसभा में दिल्ली-एनसीआर में बढ़े वायु प्रदूषण को लेकर किए गए सवाल पर कहा कि पहले से स्थिति में सुधार हुआ है। वर्ष 2016 में दिल्ली-एनसीआर में अच्छे दिनों यानी एक्यूआइ 200 से नीचे रहने वाले दिनों की संख्या 110 थी, जबकि 2025 में ऐसे में दिनों की संख्या बढ़कर 200 हो गई है।

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    दिल्ली में इस साल एक भी दिन एक्यूआइ का स्तर 450 से पार नहीं गया। हालांकि उनके इस दावे से विपक्ष बिल्कुल भी सहमत नहीं दिखा। राज्यसभा में कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी की ओर से पूछे पूरक प्रश्न का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि वायु प्रदूषण से दिल्ली-एनसीआर को बचाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है।

    इस साल अब तक इससे निपटने के लिए कृषि, आवास व शहरी मामलों के मंत्रालय, सड़क परिवहन, राज्यों व नगरीय निकायों के साथ ही अब तक छह बैठकें की गई है। जिसमें वायु प्रदूषण बढ़ने के प्रत्येक कारणों की पहचान कर उन्हें लेकर तत्परता से काम करने के निर्देश दिए गए है।

    इस दिशा में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की निगरानी 3551 उद्योगों में से 1297 उद्योगों को ऑनलाइन सतत उत्सर्जन निगरानी प्रणाली से लैस किया गया है। वहीं बाकी 2254 उद्योगों को 31 दिसंबर तक निगरानी प्रणाली से लैस करने का समय दिया गया है।

    उन्होंने बताया कि दिल्ली में वायु प्रदूषण फैलाने वाले 62 हाट स्पाट की पहचान की गई है। दिल्ली पुलिस से इनमें प्रदूषण को कम करने के यातायात योजना तैयार करने को कहा है। इसके साथ ही सड़क की धूल से निपटने के लिए एनसीआर के सभी स्थानीय निकायों ने एंड टू एंड फुटपाथ,मशीनों से सफाई, गड्ढों की मरम्मत व यातायात गलियारों में हरियाली लाने के व्यापक योजना बनाई है।

    पराली संकट में भी काफी सुधार आया है। पंजाब को छोड़ दें सभी राज्यों में इससे निपटने के लिए बेहतर ढांचा खड़ा हो गया है। आने वाले दिनों में दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण की स्थिति और बेहतर होगी।