आंध्र प्रदेश: 2017 में हुई थी आदिवासी लड़की की मौत, फिर चर्चा में आया 7 साल पुराना मामला; अब CBI करेगी जांच?
आंध्र प्रदेश सरकार ने 2017 में 15 वर्षीय आदिवासी लड़की की रहस्यमय मौत के मामले को फिर से सीबीआई जांच के लिए भेजा है। परिवार ने शुरू से ही हत्या और बलात्कार का आरोप लगाया था जबकि अधिकारियों ने इसे आत्महत्या बताया था। पुलिस और एसआईटी जांच में कोई ठोस नतीजा नहीं निकलने पर परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश सरकार ने 2017 में हुई 15 साल की एक आदिवासी लड़की की रहस्यमयी मौत के मामले को एक बार फिर CBI जांच के लिए भेजने का फैसला किया है।
यह वही मामला है जिसमें लड़की के परिवार ने शुरुआत से ही कहाकि उनकी बेटी की हत्या और बलात्कार हुआ था, जबकि अधिकारियों ने इसे आत्महत्या बताया था।
कब हुई थी मौत?
लड़की की मौत 19 अगस्त 2017 को हुई थी। वह कुरनूल जिले के एक स्कूल हॉस्टल में पढ़ाई कर रही थी और उसी हॉस्टल के कमरे में उसका शव मिला था।
स्कूल प्रशासन ने तुरंत इसे आत्महत्या करार दे दिया था, लेकिन बाद में बनी जांच समिति ने कई गड़बड़ियां और जांच में लापरवाही उजागर की। इसके बाद परिवार ने जोर-शोर से न्याय की मांग शुरू कर दी।
पुलिस जांच में नहीं निकला कोई ठोस नतीजा
पहले पुलिस ने जांच की, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। फिर एक विशेष जांच टीम (SIT) बनाई गई, मगर वहां भी परिवार को संतोषजनक जवाब नहीं मिला। लगातार असफल जांचों से परेशान होकर परिवार ने मानवाधिकार संगठनों के साथ मिलकर CBI जांच की मांग तेज कर दी।
फरवरी 2020 में राज्य सरकार ने CBI जांच की सिफारिश भी की थी, लेकिन उस समय सीबीआई ने यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि केस में कोई अंतरराज्यीय या अंतरराष्ट्रीय पहलू नहीं है। मजबूर होकर परिवार ने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और सीबीआई को जांच सौंपने की अपील की।
अब CBI करेगी जांच?
अब राज्य सरकार ने एक बार फिर केस सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है। यह कदम माना जा रहा है कि परिवार, सामाजिक संगठनों और स्थानीय नेताओं के लगातार दबाव के बाद उठाया गया है।
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