काम का प्रेशर या ऑफिस पॉलिटिक्स... IPS अधिकारी ने क्यों दिया इस्तीफा? खुद बताई सच्चाई
आंध्र प्रदेश के सीनियर आईपीएस अधिकारी सिद्धार्थ कौशल ने स्वैच्छिक त्यागपत्र दे दिया है जिससे कई अटकलें लगाई जा रही थीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका यह फैसला पूरी तरह से व्यक्तिगत है और किसी भी बाहरी दबाव या उत्पीड़न के कारण नहीं है। कौशल ने कहा कि उन्होंने यह निर्णय अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों और परिवार की इच्छाओं के अनुरूप लिया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के सीनियर आईपीएस अधिकारी सिद्धार्थ कौशल ने स्वैच्छिक त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने कहा कि उनका फैसला पूरी तरह से स्वतंत्र, पर्सनल और स्वैच्छिक है। लेकिन सिद्धार्थ कौशल के इस्तीफे के बाद कयास लगने लगे हैं कि शायद उन्होंने उत्पीड़न या बाहरी दबाव के कारण पद से त्यागपत्र दिया हो।
लेकिन सिद्धार्थ कौशल ने ऐसी सभी अटकलों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कयासों को खंडन करते हुए कहा कि मैंने आईपीएस पद से स्वैच्छिक त्यागपत्र दिया है और यह निर्णय पूरी तरह से व्यक्तिगत आधार पर गहन व्यक्तिगत चिंतन के बाद लिया गया है। उन्होंने इन सभी दावों को भ्रामक और निराधार बताया।
कयासों को किया खारिज
एक ऑफिशियल प्रेस रिलीज में सिद्धार्थ कौशल ने कहा कि कुछ रिपोर्ट्स में मेरे इस्तीफे को कथित उत्पीड़न या बाहरी दबाव से गलत तरीके से जोड़ने का प्रयास किया गया है। लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि ये दावे पूरी तरह से निराधार और भ्रामक हैं। मेरा निर्णय पूरी तरह से स्वतंत्र, व्यक्तिगत और स्वैच्छिक है।
उन्होंने कहा कि मैंने लॉन्ग टर्म लाइफ गोल्स और परिवारजनों की इच्छा के अनुरूप अपना निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि यह राज्य हमेशा मेरा घर रहा है और यहां के लोग मेरे दिल में बसते हैं। संभावना जताई जा रही है कि सिद्धार्थ कौशल दिल्ली में किसी कॉरपोरेट भूमिका में जा सकते हैं।
कुछ रिपोर्ट्स में दावे किए गए हैं कि कई बार अधिकारियों को लंबे समय तक पोस्टिंग में देरी, सस्पेंशन और ट्रांसफर का सामना करना पड़ता है। इस कारण आईपीएस रैंक के लोगों में बेचैनी बढ़ रही है। हालांकि सिद्धार्थ कौशल ने खुद ही ऐसी किसी संभावना से इंकार कर दिया है।
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