'तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक...' माओवादियों के खात्मे को लेकर अमित शाह का बड़ा एलान
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि मोदी सरकार माओवादियों के आत्मसमर्पण पकड़े जाने या समाप्त होने तक चैन से नहीं बैठेगी। उन्होंने छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर माओवादियों के हेडक्वार्टर को ध्वस्त करने वाले जवानों को सम्मानित किया। ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट की सफलता पर उन्होंने सुरक्षा बलों को बधाई दी और 2026 तक भारत को माओवाद मुक्त करने का संकल्प दोहराया।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि मोदी सरकार तब तक चैन से नहीं बैठेगी, जब तक सभी माओवादी या तो आत्मसमर्पण न कर दें, पकड़े न जाएं या समाप्त न हो जाएं।
उन्होंने बुधवार को छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा से लगे कर्रेगुट्टालु पहाड़ी पर स्थित माओवादियों के हेडक्वार्टर को ध्वस्त करने वाले जवानों को सम्मानित किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी उपस्थित थे।
ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट की सफलता पर क्या बोले अमित शाह
सीआरपीएफ, छत्तीसगढ़ पुलिस, कोबरा और स्थानीय आदिवासियों से गठित डीआरजी (डिस्टि्रक्ट रिजर्व गार्ड) के जवानों ने इस साल अप्रैल और मई में लगभग 20 दिन के 'ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट' को अंजाम दिया था। इसे सबसे बड़ा माओवादी विरोधी अभियान बताया जा रहा है।
अमित शाह ने कहा कि माओवादियों के विरुद्ध अभियान के इतिहास में 'ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट' के दौरान जवानों का शौर्य और पराक्रम एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज होगा। उन्होंने शौर्यपूर्ण प्रदर्शन कर अभियान को सफल बनाने के लिए सुरक्षा बलों के सभी जवानों को बधाई दी।
'2026 तक माओवाद से मुक्त होगा भारत'
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत को माओवाद मुक्त बनाने का संकल्प दोहराया। शाह ने 31 मार्च, 2026 तक देश को माओवाद से मुक्त करने का भरोसा दिया है।
गृह मंत्री ने कहा कि माओवादियों ने देश के सबसे कम विकसित क्षेत्रों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है। स्कूल और अस्पताल बंद कर दिए और सरकारी योजनाओं को स्थानीय लोगों तक नहीं पहुंचने दिया। माओवादियों के खात्मे से पशुपतिनाथ से लेकर तिरुपति तक के क्षेत्र में साढ़े छह करोड़ लोगों के जीवन में नया सूर्योदय आया है।
उन्होंने माओवाद विरोधी अभियानों में गंभीर शारीरिक क्षति उठाने वाले सुरक्षाबल के जवानों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया।
'चुनौतियों के बावजूद सुरक्षा बलों का हौसला बुलंद रहा'
आपरेशन ब्लैक फारेस्ट' की चुनौतियों का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि गर्मी, ऊंचाई और हर कदम पर आइईडी के खतरों के बावजूद सुरक्षा बलों का हौसला बुलंद रहा। इस दौरान जवान कर्रेगुट्टालु पहाड़ी पर बने माओवादियों के हथियार बनाने की फैक्ट्री के साथ-साथ बड़ी मात्रा रखी गई खाद्य सामग्री और आपूर्ति श्रृंखला को खत्म करने में सफल रहे।
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