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    रतलाम में पकड़ी गई नशीली दवा अल्प्राजोलम बनाने की अवैध लैब, दो गिरफ्तार

    Updated: Sun, 19 Oct 2025 11:30 PM (IST)

    एनसीबी ने मध्य प्रदेश के रतलाम में एक अवैध लैब का भंडाफोड़ किया है, जहाँ अल्प्राजोलम नामक नशीली दवा बनाई जा रही थी। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और लैब से भारी मात्रा में अल्प्राजोलम पाउडर और अन्य रासायनिक पदार्थ जब्त किए गए हैं। जांच में पता चला है कि आरोपियों ने सैनेटाइजर कंपनी के नाम पर गोदाम किराए पर लिया था।

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    रतलाम में पकड़ी गई नशीली दवा अल्प्राजोलम बनाने की अवैध लैब, दो गिरफ्तार

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एनसीबी ने मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के सेजावता गांव में एक अवैध लैब का भंडाफोड़ किया है, जहां अल्प्राजोलम का निर्माण किया जा रहा था। एनसीबी ने लैब से 13.762 किलोग्राम अल्प्राजोलम पाउडर भी जब्त किया है।

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    अल्प्राजोलम आमतौर पर डिप्रेशन के मरीजों को डाक्टर के पर्चे पर दी जाती है। इसका उपयोग स्मैक जैसी नशीली दवाओं में मिलावट के लिए भी किया जाता है। एनसीबी की टीम ने लैब को सील कर दिया है और आरोपित रूप सिंह चौहान तथा अभिजीत सिंह चौहान को गिरफ्तार किया है।

    न्यायालय में किया गया पेश

    दोनों को रविवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से रिमांड पर एनसीबी उन्हें इंदौर ले गई।एनसीबी के जोनल निदेशक रीतेश रंजन ने बताया कि आरोपितों ने सैनेटाइजर बनाने वाली कंपनी का हवाला देते हुए किराए के अनुबंध में जानकारी दी थी। आरोपितों के पास एक केमिकल लाइसेंस भी था, जो 2023 में समाप्त हो चुका था।

    जिस गोदाम में केमिकल का निर्माण किया जा रहा था, उसके पीछे एक सीमेंट ब्लाक बनाने का कारखाना था। आरोपित रात के समय गोदाम में आते-जाते थे और ऊपरी हिस्से में केमिकल का निर्माण करते थे। पास में दवा कंपनी होने के कारण प्रयोगशाला की गंध दवा कंपनी की गंध में मिल जाती थी, जिससे किसी को अवैध प्रयोगशाला की शंका नहीं हुई।शनिवार की गई छापेमारी में नशीली दवा अल्प्राजोलम के अलावा बड़ी मात्रा में रासायनिक पदार्थ, उपकरण और साल्वेंट्स भी जब्त किए गए।

    जब्त उपकरणों में राउंड बाटम फ्लास्क, आयल बाथ, कंडेंसर, स्टिरर, थर्मामीटर आदि शामिल हैं। बरामद रासायनिक पदार्थों में एथाइल एसीटेट (7.5 लीटर), आइसोप्रोपाइल अल्कोहल (2.5 लीटर), टोल्यून (2.5 लीटर), मेथेनाल (40 लीटर), क्लोरोफार्म (7.5 लीटर), ग्लेशियल एसिटिक एसिड (500 एमएल), हाइड्रोक्लोरिक एसिड (500 एमएल), मैग्नीशियम सल्फेट (500 मिग्रा), सोडियम बाइकार्बोनेट (522 ग्राम) और सोडियम क्लोराइड (500 ग्राम) शामिल हैं।

    बीटेक व फार्मा की पढ़ाई कर चुके हैं आरोपित

    आरोपित रूप सिंह चौहान ने इंदौर के निजी कालेज से बीटेक किया है और पूर्व में कई फार्मास्यूटिकल यूनिट संचालित कर चुका है। वहीं, अभिजीत सिंह चौहान ने इंदौर के निजी कालेज से बीफार्मा की डिग्री प्राप्त की है। दोनों आरोपितों के सप्लाई नेटवर्क, वित्तीय लेन-देन और संभावित अंतरराज्यीय गिरोहों की जांच की जा रही है।