Alpasi Arattu Procession: पद्मनाभस्वामी मंदिर से निकला भव्य जुलूस, पांच घंटे तक बंद रहा तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट
श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर की पंरपरागत धार्मिक यात्रा के लिए दशकों पुरानी परंपरा आज भी बरकरार है। श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर की पंरपरागत धार्मिक यात्रा के लिए रनवे का रास्ता खोल दिया गया। जिससे चलते कम से कम दस उड़ानों को रोका गया।
तिरुवनंतपुरम, प्रेट्र। दशकों से शाही परिवार के जरिये किए जाने वाले श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर की पंरपरागत धार्मिक यात्रा के लिए मंगलवार को रनवे का रास्ता खोल दिया गया। हालांकि इस दिव्य मार्ग के लिए एयरपोर्ट पर पांच घंटे तक विभिन्न उड़ानों को स्थगित रखा गया।
दस बड़ी विमानन कंपनियों की फ्लाइट रोकी गई
एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, तिरुअनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर शाम पांच बजे से रात नौ बजे तक इंडिगो, एयर इंडिया एक्सप्रेस और एयर अरबिया समेत दस बड़ी विमानन कंपनियों की कम से कम दस उड़ानों को रोका गया है। यह एयरपोर्ट साल में दो बार इस धार्मिक यात्रा के लिए उड़ानों को रोकता है और हवाई यात्राओं के समय में हेरफेर करता है, ताकि दशकों से चली आ रही परंपराओं का निर्वाह करने के साथ ही सदियों पुराने मंदिर के आयोजन को एयरपोर्ट के रनवे से गुजारा जा सके।
1932 में एयरपोर्ट बनने के बाद भी जारी है परंपरा
वर्ष 1932 में एयरपोर्ट बनने के बाद भी मंदिर से जाने वाली शंघमुगम तट तक धार्मिक यात्रा के दिव्य मार्ग को अनवरत जारी रखा गया है। इतिहासकारों के अनुसार, जब एयरपोर्ट के लिए जमीन का निर्धारण किया जा रहा था तो वह जगह धार्मिक यात्रा के रास्ते में आ रही थी।
भगवान के लिए बंद रहता है एयरपोर्ट
तब त्रावणकोर के राजा श्री चिथिरा थिरुनल ने कहा कि साल के 363 दिन यह मार्ग जनता के लिए होगा, लेकिन दो दिन भगवान पद्मनाभ के लिए रहेगा। राजा के समय से निभाई जा रही यह परंपरा पिछले साल एयरपोर्ट प्रबंधन अडाणी ग्रुप के हाथ में आने के बाद भी नियमानुसार जारी है। इस धार्मिक आयोजन के लिए एयरपोर्ट साल में दो बार नोटम (नोटिस टु एयरमैन) जारी करता है।