अजमेर में मीट शॉप पर चले चाकू, दो की हत्या और कई घायल; जानें क्यों हुआ विवाद?
अजमेर के रामगंज थाना क्षेत्र में मीट की कीमत को लेकर विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया। पाकीजा मीट शॉप पर हुए हमले में चाकू से दो लोगों की हत्या कर दी गई और सात घायल हो गए। पुलिस के अनुसार मीट के रेट को लेकर वॉट्सएप ग्रुप में शुरू हुआ विवाद आपसी रंजिश में बदल गया।

जेएनएन, अजमेर। अजमेर शहर के रामगंज थाना क्षेत्र में मीट की कीमत को लेकर हुआ विवाद मंगलवार को खूनी संघर्ष में बदल गया। किसान भवन के पास स्थित पाकीजा मीट शॉप पर हुए इस हमले में चाकू मारकर दो लोगों की हत्या कर दी गई, जबकि सात अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
मृतकों की पहचान इमरान पुत्र रहीम और शाहनवाज पुत्र शब्बीर अहमद के रूप में हुई है। सभी घायलों को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
वॉट्सएप ग्रुप से शुरू हुआ विवाद, पहुंचा खूनी हमले तक
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु जांगिड़ ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि विवाद मीट के रेट को लेकर वॉट्सएप ग्रुप में शुरू हुआ था, जो बढ़ते-बढ़ते आपसी रंजिश में तब्दील हो गया और अंततः हिंसक चाकूबाजी में बदल गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पहले दो युवक दुकान पर आए, इसके कुछ देर बाद थार और अन्य वाहनों में सवार होकर लगभग 50 से 60 लोग वहां पहुंचे। ये लोग अपने साथ कांच की बोतलें और धारदार हथियार लेकर आए थे। हमलावरों ने अचानक बोतलें फेंकने शुरू की और चाकू से हमला कर दिया।
घायलों में दोनों पक्षों के लोग शामिल
पुलिस के अनुसार, दोनों पक्षों के कुल सात लोग इस हिंसा में घायल हुए हैं।
मीट शॉप पक्ष से:
सलमान पुत्र शब्बीर
शाहरुख पुत्र शब्बीर
शाहबाज कुरैशी पुत्र शब्बीर
इरफान कुरैशी
सोगरान मोहल्ला, दरगाह क्षेत्र से:
यूनुस पुत्र मोहम्मद अली
एहसान पुत्र अल्लाह बख्श
इमरान पुत्र अब्दुल अली
घायल सलमान ने बताया कि सोमवार रात से दोनों पक्षों में विवाद चल रहा था। सुलह की बात कहकर दूसरा पक्ष दुकान में घुसा और फिर अचानक चाकू व अन्य हथियारों से हमला कर दिया गया। उसने आरोप लगाया कि हमलावरों में डिग्गी बाजार निवासी अब्दुल अली, एहसान, अल्लाह रखा, आवेश, सलमान, टीटी सहित अन्य शामिल थे।
पुलिस ने शुरू की जांच, आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस ने गंभीरता दिखाते हुए मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। घायलों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
घटना के बाद रामगंज थाना क्षेत्र में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि लगातार बढ़ती आपराधिक घटनाएं बताती हैं कि अपराधियों में कानून व पुलिस का डर नहीं रहा है, जो अजमेर की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।