अजीत पवार गुट के मंत्री माणिकराव कोकाटे की कुर्सी पर संकट, विधायकी भी खतरे में
महाराष्ट्र के खेलमंत्री माणिकराव कोकाटे को मंत्रीपद से त्यागपत्र देकर जेल जाना पड़ सकता है। नासिक सत्र न्यायालय ने उन्हें निचली अदालत से सुनाई गई दो स ...और पढ़ें

अजीत पवार। (फाइल)
राज्य ब्यूरो मुंबई, 17 दिसंबरः महाराष्ट्र की महायुति सरकार में खेलमंत्री माणिकराव कोकाटे को मंत्रीपद से त्यागपत्र देकर जेल जाना पड़ सकता है। क्योंकि नासिक सत्र न्यायालय ने उन्हें निचली अदालत से सुनाई गई दो साल की सजा को बरकरार रखा है। कोकाटे पर फर्जी कागजात की मदद से सरकारी फ्लेट हासिल करने का आरोप है। हालांकि कोकाटे सत्र न्यायालय के निर्णय को चुनौती देने के लिए मुंबई उच्चन्यायालय की शरण में गए हैं। उनकी याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होनी है।
माणिकराव कोकाटे महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार में अजीत पवार गुट से मंत्री हैं। उनपर आरोप है कि उन्होंने फर्जी कागजात की मदद से अपनी आय कम दिखाकर सरकार की ओर से मिलनेवाला निम्न आयवर्ग के लिए बना 10 प्रतिशत कोटे का फ्लेट हासिल किया। इसी प्रकार का एक फ्लेट उन्होंने अपने भाई को भी दिलवाया। 10 प्रतिशत में मिलनेवाले फ्लेट की कीमत बाजार भाव से काफी कम होती है। उन पर यह मामला 1995 में पूर्व मंत्री टीएस दिघोले की शिकायत पर दर्ज किया गया था।
इस मामले में कुछ माह पहले जिला अदालत ने उन्हें दो वर्ष की सजा एवं 50,000 रुपए जुर्माने की सजा सुनाई थी। निचली अदालत के फैसले को उन्होंने सत्र न्यायालय में चुनौती दी थी। मंगलवार को आए सत्र न्यायालय के फैसले में कोकाटे को निचली अदालत से सुनाई गई सजा को बरकरार रखा है। इसलिए उन पर संकट गहराता दिख रहा है।
सत्र न्यायालय से सजा सुनाए जाने के बाद बुधवार को नासिक पुलिस ने उनके विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट भी जारी कर दिया। इससे अब उनका जेल जाना तो तय माना ही जा रहा है, दो साल की सजा होने पर उनकी विधायकी भी संकट में पड़ सकती है। क्योंकि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 8(3) के तहत यदि किसी नेता को दो साल या इससे अधिक की सजा सुनाई जाती है, तो विधानसभा या लोकसभा से उसकी सदस्यता रद्द हो सकती है।
इसके अलावा वह छह साल तक चुनाव भी नहीं लड़ सकता है। यदि कोकाटे जेल जाते हैं तो राज्य स्तर पर महानगरपालिका चुनावों के समय उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोकाटे को सत्र न्यायालय से सजा सुनाए जाने के बाद बुधवार को अजीत पवार एवं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच एक लंबी बैठक हुई है। इस बैठक में कोकाटे के मंत्रिमंडल से हटने के बाद उनके स्थान पर लिए जानेवाले व्यक्ति के बारे में चर्चा हुई है।
बता दें कि कुछ माह पहले अजीत पवार गुट के ही मंत्री धनंजय मुंडे को भी एक विवाद में फंसने के कारण मंत्री पद से त्यागपत्र देना पड़ा था। तब उनके स्थान पर राकांपा के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल को मंत्री बनाया गया था।

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