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    विज्ञान और इमोशन में उलझी एअर इंडिया प्लेन क्रैश की जांच, कब सामने आएगा सच?

    Updated: Fri, 07 Nov 2025 05:06 PM (IST)

    सुप्रीम कोर्ट ने अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर क्रैश के पायलट के पिता को राहत दी है। कोर्ट ने कहा कि हादसे में इलेक्ट्रिकल खराबी पर भी ध्यान दिया जा रहा है। कोर्ट ने केंद्र सरकार और DGCA को नोटिस भेजा है। पायलट के पिता ने स्वतंत्र जांच की मांग की थी। शुरुआती जांच में पायलट द्वारा फ्यूल स्विच बंद करने की बात सामने आई थी, पर इलेक्ट्रिकल खराबी की आशंका भी है।

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    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को अहमदाबाद में क्रैश हुए एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के पायलट-इन-कमांड के पिता को थोड़ी राहत दी है। कोर्ट ने कहा कि हादसे में इलेक्ट्रिकल खराबी और दूसरे संभावित कारणों पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

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    सुप्रीम कोर्ट ने पायलट के पिता से कहा कि विमान हादसे में ड्रीमलाइनर के पायलट को कोई दोषी नहीं ठहरा सकता। इस हादसे में 260 लगों की जान गई थी। मामले में कोर्ट ने केंद्र सरकार सिविल एविएशन रेगुलेटर (DGCA), और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) को नोटिस भेजा।

    सुप्रीम कोर्ट ने पायलट के पिता को राहत दी

    यह आदेश पुष्कराज सभरवाल की एक याचिका पर आया है जिनके बेटे सुमीत सभरवाल बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के पायलट-इन-कमांड थे। उन्होंने क्रैश की एक स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग की थी। जस्टिस सूर्यकांत ने दिवंगत पायलट के पिता से कहा, "यह क्रैश बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था, लेकिन आपको यह बोझ नहीं उठाना चाहिए कि आपके बेटे को दोषी ठहराया जा रहा है।"

    विज्ञान और इमोशन में उलझी जांच 

    अहमदाबाद विमान हादसे में AAIB की डिटेल रिपोर्ट न आने की वजह से अन्य थ्योरी की बात भी सामने आ रही है।

    1. शुरूआती थ्योरी के मुताबिक एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 को एक पायलट ने जानबूझकर गिराया था। जिसने दोनों इंजनों के फ्यूल कटऑफ स्विच बंद करने की बात सामने आई थी।

    2. US फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) के ब्रायन बेडफोर्ड ने रॉयटर्स से कहा, "हम पूरे भरोसे के साथ कह सकते हैं कि यह बोइंग फ्यूल कंट्रोल यूनिट में कोई मैकेनिकल समस्या नहीं लगती है।"

    3. किसी भी इंटरनेशनल रेगुलेटर ने इलेक्ट्रिकल या मैकेनिकल समस्याओं के कारण बोइंग 787 ड्रीमलाइनर को ग्राउंडेड करने के लिए नहीं कहा है।

    4. कई इंडिपेंडेंट अकाउंट्स इस रिपोर्ट को सपोर्ट करते हैं जिसमें आरोप लगाया गया है कि 'पायलट फ्लाइंग' ने कैप्टन सभरवाल (नॉन-फ्लाइंग पायलट-इन-कमांड) से बार-बार पूछा कि उन्होंने इंजन क्यों बंद कर दिए। रिपोर्ट के अनुसार, एयरक्राफ्ट उड़ाने वाला पायलट "कनविंस नहीं हुआ और उसने अगले छह सेकंड तक यही सवाल कई बार पूछा।"

    5. यह AAIB की शुरुआती क्रैश रिपोर्ट में बताई गई जानकारी से ज्यादा है। इससे पता चलता है कि फ्लाइट की पूरी रिकॉर्डिंग, ट्रांसक्रिप्ट या टेक्निकल डेटा कई इंटरनेशनल एजेंसियों के पास मौजूद है। यह उम्मीद के मुताबिक ही था क्योंकि इन्वेस्टिगेशन में कई इंटरनेशनल स्टेकहोल्डर्स शामिल थे।

    6. एविएशन एक्सपर्ट रिचर्ड गॉडफ्रे की एक इंडिपेंडेंट रिपोर्ट में कहा गया है, "दोनों इंजनों का आइडल से नीचे शटडाउन होना पीछे के E/E बे में पानी घुसने के कारण हुआ था।"

    उनकी रिपोर्ट में आगे बताया गया है, "जब एयरक्राफ्ट के सेंट्रल कंप्यूटर (CCR) और इंजन इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल (EEC) सिस्टम के बीच डिजिटल लिंक में कोई टेम्पररी फॉल्ट होता है, तो इंजन ऑटोमैटिकली आइडल पर आ जाते हैं।

    यह लिंक थ्रस्ट लीवर पोजीशन की जानकारी देता है, जो हर इंजन को बताता है कि पायलट कितनी पावर मांग रहे हैं। जब वह जानकारी खो जाती है, तो इंजन कंट्रोल सिस्टम सुरक्षा के तौर पर दोनों इंजनों को ऑटोमैटिकली आइडल पर सेट कर देते हैं। एक बार जब कनेक्शन फिर से शुरू हो जाता है और वैलिड डेटा फिर से मिल जाता है, तो सिस्टम ऑटोमैटिकली इंजनों को फिर से स्टार्ट करने की कोशिश करते हैं।"

    7. फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने सरकार से देश में सभी बोइंग 787 एयरक्राफ्ट की इलेक्ट्रिकल सिस्टम में खराबी के लिए अच्छी तरह से जांच करने के लिए कहा है, क्योंकि एयरक्राफ्ट में बार-बार इलेक्ट्रिकल दिक्कतें आ रही हैं।