क्या फ्यूल स्विच बंद होने से हुआ था Air India विमान हादसा? जांच में हो सकते हैं चौंकाने वाले खुलासे
12 जून को अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया के विमान AI-171 हादसे की जांच जारी है। प्रारंभिक रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार टेक-ऑफ के 30 सेकेंड बाद ही विमान ने ऊंचाई खो दी थी और मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में जा गिरा। विमान में मौजूद ईंधन के कारण जोरदार विस्फोट हुआ और आग लग गई।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 12 जून को अहमदाबाद में एअर इंडिया का विमान AI-171 हादसे का शिकार हो गया था, जिसमें प्लेन में सवार 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे को लेकर जांच लगातार जारी है और अभी एक प्रारंभिक रिपोर्ट जल्द सामने आने वाली है, जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।
रिपोर्ट से साफ है कि हादसा इतना भयानक था कि जांच में अभी और समय लग सकता है। लेकिन शुरुआत संकेतों से पता चला है कि टेक-ऑफ के 30 सेकेंड बाद ही विमान ने ऊंचाई खो दी थी और मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में जा गिरा था। विमान में मौजूद फ्यूल के कारण जोरदार विस्फोट हुआ और आग लग गई थी।
कुछ ही सेकेंड में क्रैश हुआ विमान
हादसे से पहले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें देखा जा सकता था कि विमान ने सामान्य तरीके से उड़ान भरी थी लेकिन चंद सेकेंड के बाद ही विमान ने ऊंचाई खो दी। विमान में लगे दो इंजन अचानक बंद हो जाते हैं, जो एक दुर्लभ स्थिति मानी जाती है।
एअरोस्पेस एनालिस्ट और पूर्व फाइटर पायलट ब्योर्न फेर्म ने बताया कि दोनों इंजन का एक साथ फेल हो जाना बहुत दुर्लभ है। उन्होंने यह भी कहा कि वायरल वीडियो में कोई धुआं नहीं दिख रहा है, जिससे बर्ड हिट जैसी आशंकी भी कम ही नजर आती है।
क्या हो सकती है गड़बड़ी?
इस बीच जांचकर्ताओं को संकेत मिले हैं कि कॉकपिट में मौजूद फ्यूल कंट्रोल स्विच में कुछ गड़बड़ी हो सकती है। ये स्विच पायलट द्वारा इंजन को फ्यूल देने या बंद करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि ये स्विच उड़ान के दौरान बंद कर दिए गए थे। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि स्विच गलती से बंद किए गए या जानबूझकर ऐसा किया गया। अगर दोनों स्विच एक साथ कटऑफ पॉजिशन पर चले गए हो, तो दोनों इंजन कुछ ही सेकेंड में बंद हो जाते हैं।
पायलट के बैकग्राउंड की भी हो रही जांच
GE एअरोस्पेस और बोइंग ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अगर किसी तरह की डिजाइन या तकनीकी गड़बड़ी होती है, तो अमेरिकी एविएशन अथॉरिटी (FAA) या कंपनियां तुरंत अलर्ट जारी करती हैं।
इस हादसे की जांच में पायलट का बैकग्राउंड भी देखा जा रहा है। कैप्टन सुमित भररवाल के पास 8200 घंटे और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर के पास 1100 घंटे की उड़ान का अनुभव था।
जांच में यह भी सामने आया है कि आपातकालीन स्थिति में उपयोग होने वाला RAM एअर टरबाइन एक्टिव हुआ था, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि दोनों इंजन बंद हो गए थे। इस स्थिति में इतनी कम ऊंचाई पर इंजन को फिर से चालू करना संभव नहीं था।
फ्यूल स्विच बंद होने से क्या होता है?
फ्लाइट सेफ्टी विशेषज्ञ जॉन कॉक्स के अनुसार, फ्यूल स्विच को कटऑफ पर रखने पर इंजन तुरंत बंद हो जाते हैं। अगर दोनों स्विच एक साथ ऑफ हो जाए तो फ्लाइट की ऊर्जा पूरी तरह खत्म हो सकती है।
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