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    'अमित शाह की लीडरशिप में मजबूत हो रहा देश में फोरेंसिक विज्ञान', AIFSS 2025 में बोले गृह राज्य मंत्री संजय कुमार

    Updated: Tue, 15 Apr 2025 10:59 PM (IST)

    दिल्ली में राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) द्वारा आयोजित अखिल भारतीय फोरेंसिक विज्ञान सम्मेलन के समापन समारोह के मुख्य अतिथि थे। एआईएफएसएस के दौरान कुल 7 संगठनों ने एनएफएसयू के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। भारत सरकार के गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार ने कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया भर में अपराध और आतंकवाद का स्वरूप लगातार बदल रहा है।

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    अखिल भारतीय फोरेंसिक विज्ञान सम्मेलन का आज समापन हुआ।(फोटो सोर्स: जागरण)

    जेएनएन, नई दिल्ली। देश की राजधानी में राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) द्वारा आयोजित अखिल भारतीय फोरेंसिक विज्ञान सम्मेलन के समापन समारोह के गृह राज्य मंत्री,  बंदी संजय कुमार मुख्य अतिथि थे।

    एआईएफएसएस के दौरान कुल 7 संगठनों ने एनएफएसयू के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। आंद्रे, स्थायी सचिव गृह, गुयाना; एर्किनोविच, अनुसंधान संस्थान, अपराध विज्ञान, उजबेकिस्तान गणराज्य; डॉ. हिजिर, अध्यक्ष, फोरेंसिक मेडिसिन परिषद; डॉ. जे.एम. व्यास, एनएफएसयू के कुलपति,  सम्मेलन के समापन समारोह में उपस्थित थे।

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    भारत सरकार के गृह राज्य मंत्री माननीय बंदी संजय कुमार ने कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया भर में अपराध और आतंकवाद का स्वरूप लगातार बदल रहा है, फोरेंसिक विज्ञान निष्पक्ष और प्रभावी न्याय प्रणाली स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

    अमित शाह  के मार्गदर्शन में मजबूत हो रहा देश में फोरेंसिक विज्ञान: संजय कुमार

    उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह  के मार्गदर्शन में फोरेंसिक विज्ञान देश की आपराधिक न्याय प्रणाली को मजबूत कर रहा है। अब तक एनएफएसयू द्वारा 10,000 से अधिक छात्रों को फोरेंसिक विशेषज्ञ के रूप में प्रशिक्षित किया जा चुका है। इस सम्मेलन में देश-विदेश से 1600 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कुल 682 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए, जो शोध के इस क्षेत्र में बढ़ती रुचि को दर्शाते हैं।

    पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित एनएफएसयू के कुलपति डॉ. जे.एम. व्यास ने कहा कि इस सम्मेलन ने प्रतिभाशाली दिमागों को एक साथ लाया है, सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है। आइए हम इस गति को आगे बढ़ाएं, यह सुनिश्चित करते हुए कि फोरेंसिक प्रगति समाज, भारत और दुनिया की सुरक्षा करती रहे। सम्मेलन ने हमारे आपराधिक न्याय प्रणाली को मजबूत करने में फोरेंसिक विज्ञान के गहन प्रभाव को दर्शाया।

    प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को मिला पुरस्कार

    कार्यक्रम के दौरान, प्रो. (डॉ.) पूर्वी पोखरियाल ने दो दिवसीय सम्मेलन के बारे में जानकारी साझा की। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले उत्कृष्ट विद्यार्थियों को पुरस्कार भी प्रदान किए गए। एनएफएसयू, भोपाल के परिसर निदेशक (डॉ.) सतीश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया। एनएफएसयू, गांधीनगर के परिसर निदेशक प्रो. (डॉ.) एस. ओ. जुनारे और एनएफएसयू के कार्यकारी रजिस्ट्रार श्री सी. डी. जडेजा भी उपस्थित थे।

    कार्यक्रम के दौरान अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि, फोरेंसिक विशेषज्ञ, कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अधिकारी और विद्यार्थी मौजूद थे।

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