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    'आने वाली है बेरोजगारों की सुनामी', 'गॉडफादर ऑफ AI' की चेतावनी; इन सेक्टर्स में नौकरी करने वालों की बढ़ेगी टेंशन

    Updated: Tue, 17 Jun 2025 08:09 PM (IST)

    डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। गॉडफादर ऑफ एआई जेफ्री हिंटन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के कारण बड़े पैमाने पर नौकरियां खत्म होने की चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी स्किल को लगातार अपडेट करते रहना होगा। हिंटन ने डायरी ऑफ ए सीईओ पॉडकास्ट में कहा कि कंपनियां एआई का लाभ उठाकर कम लोगों से ज्यादा काम करवाएंगी।

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    'गॉडफादर ऑफ एआई' के नाम से मशहूर जेफ्री हिंटन ने एआई को लेकर चिंता जाहिर की।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का बोलबाला है।  एआई की वजह से कई जटिल काम आसान हो चुके हैं।  हालांकि, एआई के कई फायदे हैं तो कुथ खामियां भी हैं। सबसे बड़ी चिंता है कि क्या एआई की वजह से बड़ी तादाद में लोग बेरोजगार हो जाएंगे? इस सवाल पर 'गॉडफादर ऑफ एआई' के नाम से मशहूर जेफ्री हिंटन ने भी चिंता जाहिर की है।  

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    लोगों को अपनी स्किल लगातार अपडेट करने की जरूरत

    उन्होंने चेतावनी दी है कि आने वाले कुछ वर्षों में एआई की वजह से बड़े पैमाने पर नौकरियां खत्म हो सकती है। हिंटन ने कहा कि अगर किसी इंसान को नौकरी बचाना है तो उन्हें अपने स्किल को लगातार अपडेट करना होगा। इंसान को उन नौकरियों पर ज्यादा ध्यान देना होगा जो एआई के बस की न हो।

    “डायरी ऑफ ए सीईओ” पॉडकास्ट में हिंटन ने कहा कि एक ओर कुछ लोग AI को सहायक के रूप में इस्तेमाल करेंगे, वहीं कंपनियां इसका लाभ उठाकर कम लोगों से ज्यादा काम करवाएंगी।  जेफ्री हिंटन को वर्ष 2024 में मशीन लर्निंग के क्षेत्र में शानदार काम के लिए नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था। दशकों से वो एआई पर रिसर्च कर रहे हैं।

    हिंटन ने चिंता जाहिर की कि कॉलेज से निकलने के तुरंत बाद युवाओं को जो नौकरियां मिल जाती तो वो जॉब्स अब धीरी-धीरे खत्म हो जाएगी।  उन्होंने कहा कि आज के समय अगर मैं कॉल सेंटर में होता तो मैं हमेशा अपनी नौकरी को लेकर चिंता में रहता।

    हिंटन ने इस बात पर भी जोर दिया कि अब एक व्यक्ति और एआई  मिलकर वही काम कर पाएंगे, जिसे पहले 10 लोग मिलकर करते थे. इस तरह न केवल कर्मचारियों की संख्‍या में कटौती होगी बल्कि शुरुआती स्तर की नौकरियां मिलना ही बंद हो जाएंगी।

    एआई से किन लोगों को सतर्क रहने की जरूरत?

    उन्होंने बताया कि जो लोग कॉल सेंटर, बुनियादी डेटा एंट्री और अन्य मानसिक श्रम पर आधारित नौकरियों पर निर्भर हैं, उनके लिए एआई एक बड़ा खतरा बन सकता है। 

    उन्होंने ये भी कहा कि भले ही कुछ कंपनियां AI को मानव कर्मचारियों की मदद के लिए रखें, लेकिन इससे भी कुल कर्मचारियों की संख्या में गिरावट आएगी।

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