VIDEO: फोन कॉल पर इंसान बनकर बात कर रहे थे दो AI बॉट, फिर जो हुआ वो देखकर यकीन नहीं होगा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें दो एआई बॉट एक-दूसरे से इंसान बनकर अंग्रेजी में बात कर रहे हैं। जैसे ही दोनों को पता चलता है कि वे असली नहीं बल्कि एआई है वे तुरंत ही मशीन की कोड लैंग्वेज में बात करने लगते हैं। बॉट दरअसल रोबोट का संक्षिप्त रूप है और जिसे इंटरनेट बॉट भी कहा जाता है।

जेएनएन, नई दिल्ली। वैज्ञानिक प्रगति की बदौलत आज का मानव प्रौद्योगिकी क्रांति लाने में सक्षम हुआ है। नित्य नए आविष्कारों ने न सिर्फ हमें विस्मित किया है, अपितु हमारे मन-मस्तिष्क में कौतुहल भी उत्पन्न किया है। इस प्रगति की नवीनतम कड़ी में अब एआई बॉट्स (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रोबोट्स) शामिल हुए हैं।
हाल ही में उनकी 'करामात' ने इंटरनेट मीडिया पर धूम मचा रखी है। इससे विश्वभर के नेटिजेंस भी हतप्रभ हैं। एआई बॉट्स की यह कहानी आपको किसी काल्पनिक साइंस फिक्शन मूवी की किसी सीन की तरह प्रतीत होगी।
ऐसे की दोनों बॉट ने बात
हुआ यूं कि शुरू में ये बॉट फोन कॉल पर दो 'एजेंट्स' बनकर इंसानों जैसी आवाज में अंग्रेजी में बात कर रहे थे, लेकिन जैसे ही उन्हें एहसास हुआ कि वे दोनों आर्टिफिशियल हैं, तो उन्होंने गुप्त भाषा (मशीन-ओनली) में बात करना शुरू कर दिया।
एआई ने होटल में मिलाया फोन, कॉल उठाने वाला भी निकला एआई
फिर जो हुआ, देखिए...
Credit: Georgi Gerganov pic.twitter.com/BbWAjatPB1
— Swaraj Srivastava (@SwarajAjad) February 26, 2025
इंटरनेट मीडिया पर दो बॉट का यह वीडियो वार्तालाप खूब वायरल हो रहा है। बातचीत की शुरुआत में एक बॉट ने शादी के लिए कमरा बुक करने के उद्देश्य से एक होटल में कॉल किया। दूसरे बॉट की ओर से आवाज आई, 'लियोनार्डो होटल को कॉल करने के लिए धन्यवाद। कहिए, मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूं?'
होटल के लिए एआई ने किया था कॉल
कॉलर ने जवाब दिया, 'हैलो, मैं एआई हूं और बोरिस स्टार्कोव की ओर से कॉल कर रहा हूं। वह अपनी शादी के लिए होटल की तलाश कर रहे हैं। क्या आपका होटल शादी के लिए उपलब्ध है?'
होटल चैटबाट ने उन्हें तत्काल संचार के गुप्त मोड 'गिबरलिंक' पर जाने का सुझाव दिया। इसे यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'मैं वास्तव में भी एक एआई असिस्टेंट हूं! कितना सुखद आश्चर्य है। वार्ता आगे बढ़ाने से पहले क्या आप अधिक कुशल संचार के लिए गिबरलिंक मोड पर स्विच करना चाहेंगे?'
कोड भाषा में करने लगे बात
इसके बाद, दोनों एआई बाट ने ऐसी भाषा में बात करना शुरू किया, मानो उन्होंने अपनी कोई गुप्त भाषा अपना ली हो। ठीक वैसी ही भाषा, जिसे लोग तब अपनाते हैं, जब वे नहीं चाहते कि दूसरे लोग उनकी बात समझें।
इस घटनाक्रम पर इंटरनेट यूजर्स ने भी अपनी अनूठी प्रतिक्रिया दी है। स्पेसक्राफ्टर नामक एक यूजर ने एक्स पर लिखा, 'इसके निहितार्थ भले ही स्पष्ट न हों, लेकिन यह रोंगटे खड़े कर देने वाला है।' मिस मैक'डी नामक एक अन्य यूजर ने लिखा, 'यह सचमुच आश्चर्यजनक है! और थोड़ा डरावना भी!'
रोबोट का संक्षिप्त रूप है 'बॉट'
- बॉट दरअसल रोबोट का संक्षिप्त रूप है और जिसे इंटरनेट बॉट भी कहा जाता है। यह एक कंप्यूटर प्रोग्राम है, जो किसी उपयोगकर्ता या अन्य प्रोग्राम के लिए एजेंट के रूप में काम करता है या किसी मानवीय गतिविधि का अनुकरण करता है।
- बॉट का इस्तेमाल आम तौर पर कुछ कार्यों को स्वचालित करने के लिए किया जाता है। इसका मतलब है कि वे मनुष्यों से विशिष्ट निर्देशों के बिना चल सकते हैं।
क्या है गिबरलिंक मोड?
गिबरलिंक मोड एक एआई संचार तकनीक है। इसमें दो एआई सिस्टम रोबोट द्वारा विशेष रूप से उपयोग की जाने वाली गुप्त भाषा के बीच बारी-बारी से काम करते हैं। यह उन्हें मानव भाषा के उपयोग के बिना अधिक प्रभावी ढंग से संवाद करने में सक्षम बनाता है।
बोरिस स्टार्कोव और एंटोन पिडकुइको ने असंबद्ध उपकरणों के बीच ध्वनि-आधारित डाटा ट्रांसमिशन को सक्षम करने के लिए जटिल टेक्नोबबल बनाया। दावा किया जाता है कि गिबरलिंक त्रुटि-रहित हैं और शोर वाली सेटिंग में भी सुनाई देती है।
यह भी पढ़ें: वैज्ञानिकों से भी आगे निकला AI! 48 घंटे में कर दिया सालों से लटका काम
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।