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    सोशल मीडिया पर छाईं अहमदाबाद की 'बाइकर दादियां', स्वैग देखकर रह जाएंगे दंग

    Updated: Tue, 09 Dec 2025 11:53 PM (IST)

    अहमदाबाद की 87 वर्षीय मंदाकिनी शाह और 84 वर्षीय उषाबेन 'बाइकर दादियां' के नाम से मशहूर हैं। मंदाकिनी स्कूटर चलाती हैं और उषाबेन साइडकार में बैठती हैं। ...और पढ़ें

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    अहमदाबाद की दो बहनों का वीडियो वायरल। फोटो- सोशल मीडिया

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अहमदाबाद की दो बहनें आजकल खूब सुर्खियां बटोर रही हैं। सड़कों पर स्कूटर दौड़ाने वाली 87 वर्षीय मंदाकिनी शाह और उनकी 84 वर्षीय बहन उषाबेन के सामने उम्र कोई बाधा नहीं है। उन्हें इंटरनेट मीडिया पर बाइकर दादियां के नाम से खूब प्रसिद्धी मिल रही है।

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    मंदाकिनी उर्फ मंदाबेन स्कूटर चलाती हैं और उषाबेन साइडकार में बैठती हैं। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे इनके वीडियो को देखकर लोग इनकी तुलना बालीवुड की मशहूर फिल्म शोले के जय और वीरू (अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र) से कर रहे हैं।

    सूती साड़ी पहने इन बहनों का भीड़भाड़ वाली सड़कों से होकर गुजरना महिला सशक्तीकरण की एक प्रेरणादायक तस्वीर है। छह भाई-बहनों में सबसे बड़ी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की बेटी मंदाबेन ने बताया कि उन्हें मोटरसाइकिल और स्कूटर चलाने का शौक था, लेकिन युवावस्था में पैसे की कमी से वह इसे खरीद नहीं पाईं।

    मंदाबेन एक पूर्व शिक्षिका हैं। उन्होंने शादी नहीं की है। उन्होंने कहा कि मैंने 62 साल की उम्र में स्कूटर चलाना सीखा और आज भी बिना किसी परेशानी के चलाती हूं। दृढ इच्छाशक्ति के कारण ही मैं इस उम्र में भी शहर में ट्रैफिक के बीच बिना डरे स्कूटर चला पाती हूं। उन्होंने कहा कि इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने के बाद लोगों से मिल रहे प्यार और सराहना की उन्हें कल्पना भी नहीं थी।

    मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं मशहूर हो जाएंगी। अजनबी लोग मुझसे संपर्क करते हैं। वे मेरे जज्बे की सराहना करते हैं। लोग मुझे प्रेरित करते हैं, लेकिन कुछ लोग मेरी उम्र के कारण घर बैठने की सलाह भी देते हैं।

    मंदाबेन वैसे तो छड़ी की मदद से चलती हैं, लेकिन वह जीप चलाना भी जानती हैं। कई बार गांव तक गाड़ी चलाकर जाती हैं। वह कहती हैं कि महिलाओं को ड्राइविंग सीखनी चाहिए। उन्हें किसी पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।

    अपनी बहन के साथ साइडकार की सवारी का आनंद लेने वाली उषाबेन कहती हैं कि जब लोग उन्हें देख जय-वीरू कहकर पुकारते हैं तो उन्हें बहुत अच्छा लगता है। उन्हें उम्मीद है कि दूसरी महिलाएं भी उनसे प्रेरणा लेंगी।

    (न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)