क्या अहमदाबाद विमान हादसे में पायलट ने बंद किया था फ्यूल स्विच? US अखबार के दावे पर क्या बोले एक्सपर्ट
Ahmedabad Plane Crash अहमदाबाद विमान हादसे की जांच में एक नया मोड़ आया है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने एएआईबी की रिपोर्ट के हवाले से दावा किया है कि फर्स्ट ऑफिसर ने ईंधन की सप्लाई रोक दी थी लेकिन इसके कोई ठोस सबूत नहीं हैं। फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स ने इस दावे की निंदा की है और कहा है कि रिपोर्ट में पायलट की गलती का कोई उल्लेख नहीं है।

एएनआई, नई दिल्ली। अहमदाबाद विमान हादसे की जांच जारी है। कुछ दिनों पहले एएआईबी (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि उड़ान भरने के कुछ सेकंड के बाद ही विमान के ईंधन स्विच बंद हो गए थे।
इसी रिपोर्ट के हवाले से अमेरिकी अखबार 'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' ने दावा किया है कि बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ा रहे पायलट सुमीत सभरवाल ने इंजनों में फ्यूल की सप्लाई रोक दी थी।
हालांकि, इस दावे के पीछे कोई ठोस सबूत नहीं है। एएआईबी की रिपोर्ट पर इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन और भारतीय पायलट संघ ने भी चिंता जाहिर की है।
इसी बीच एयर इंडिया विमान दुर्घटना पर विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट पर फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) के अध्यक्ष कैप्टन सी.एस. रंधावा ने कहा, "रिपोर्ट में कहीं भी यह नहीं कहा गया है कि पायलट की गलती से ईंधन नियंत्रण स्विच को बंद किया गया।"
मैं वॉल स्ट्रीट जर्नल के लेख की निंदा करता हूं। उन्होंने लेख में लिखा कि यह पायलट की गलती थी। उन्होंने रिपोर्ट ठीक से नहीं पढ़ी है और हम FIP के माध्यम से उनके खिलाफ कदम उठाएंगे। हमने कल एक प्रेस बयान जारी किया था कि कोई भी चैनल, टिप्पणीकार या किसी भी एजेंसी का अध्यक्ष ऐसे विचार नहीं दे, जिसका कोई प्रमाण नहीं है।
कैप्टन सी.एस. रंधावा,अध्यक्ष, फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP)
'भारत के लिए चिंता का विषय'
एएनआई से बात करते हुए, एविएशन एक्सपर्ट संजय लाजर ने कहा, "वॉल स्ट्रीट जर्नल ने आज सुबह एक रिपोर्ट छापी है, जिसमें बताया गया है कि फ्लाइट नंबर AI171 के पायलट ने ईंधन स्विच बंद कर दिए थे। भारत के AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में केवल एक ही बयान जारी किया गया है, एक बहुत ही स्पष्ट बयान, जिसमें कहा गया है, "आपने इसे क्यों बंद किया? और पायलट ने जवाब दिया, नहीं, मैंने नहीं किया। इस एक बयान के आधार पर मुझे नहीं लगता कि हमारे पास कोई ठोस निर्णय लेने की पर्याप्त गुंजाइश है।"
उन्होंने आगे कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट में CVR की पूरी प्रतिलिपि उपलब्ध नहीं कराई गई है। अजीब बात यह है कि AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट का खुलासा और लीक अमेरिका में हो रहा है। और यह भारत में हम सभी के लिए और भी चिंता का विषय है क्योंकि यह भारत सरकार की ओर से नियंत्रित एक स्वतंत्र संगठन है। फिर भी, ऐसा लगता है कि वॉल स्ट्रीट जर्नल को इस बारे में भारत में हम सभी, हमारी संसद या नागरिक उड्डयन मंत्रालय से ज़्यादा जानकारी है।
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