अहमदाबाद: महिला को थप्पड़ मारने पर हेड कॉन्स्टेबल सस्पेंड, वायरल वीडियो से मचा हड़कंप
अहमदाबाद में एक महिला को थप्पड़ मारने के आरोप में एक हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। यह कार्रवाई सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद ...और पढ़ें

महिला को थप्पड़ मारने के आरोप में हेड कॉन्स्टेबल सस्पेंड।
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अहमदाबाद शहर की सुरक्षा और नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली पुलिस जब शिकारी बन जाए, तो जनता का भरोसा हिल जाता है। अहमदाबाद के पालडी इलाके में एक हेड कॉन्स्टेबल ने अनुशासन की सारी हदें पार करते हुए बीच सड़क पर एक महिला पर हाथ उठाया, जिससे भारी हंगामा मच गया।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने और हर तरफ पुलिस की फजीहत होने के बाद, आखिरकार सिस्टम ने एक्शन लिया और जिम्मेदार हेड कॉन्स्टेबल को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया है।
क्या थी पूरी घटना?
मिली जानकारी के मुताबिक, पालडी पुलिस स्टेशन में ड्यूटी पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल जयंती झला गाड़ियों की चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान एक महिला से ID कार्ड बदलते समय कार्ड नीचे गिर गया। इतनी सी बात पर पुलिसकर्मी अपना आपा खो बैठा।
एक आम नागरिक के साथ समझदारी से पेश आने के बजाय, जयंती झाला ने खाकी वर्दी पहनकर महिला को धमकाना शुरू कर दिया और उसके चेहरे पर थप्पड़ मार दिए। बीच सड़क पर पुलिस द्वारा महिला की बेइज्जती करने का यह वीडियो किसी ने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया और जंगल में आग की तरह फैल गया।
અમદાવાદ શહેરમાં કાયદો અને વ્યવસ્થાના ધજાગરા. પાલડી વિસ્તારમાં રક્ષક બન્યો ભક્ષક પોલીસકર્મીએ મર્યાદા ઓળંગી અને યુવતીને લાફો માર્યો.@GujaratPolice @dgpgujarat @AhmedabadPolice @sanghaviharsh @Bhupendrapbjp @narendramodi @AmitShah #AhmedabadPolice #Ahmedabad #GujaratPolice pic.twitter.com/xRkY7HFyjh
— Modasa Aravalli (@ModasaCity) December 20, 2025
इस मामले की जानकारी मीडिया को देते हुए DCP भावनाबेन पटेल ने कहा कि पुलिस डिपार्टमेंट में अनुशासन तोड़ने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इसलिए हेड कॉन्स्टेबल को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया है। DCP ने साफ-साफ माना, "मुझे लगता है कि पुलिस कॉन्स्टेबल ने कुछ गलतियां की हैं।"
महिला के खिलाफ केस दर्ज
दूसरी ओर, पुलिस ने महिला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की है। पुलिस के अनुसार, महिला रॉन्ग साइड गाड़ी चला रही थी और ट्रैफिक नियम में रुकावट डाल रही थी। ट्रैफिक पुलिस स्टेशन ने महिला के खिलाफ इंडियन पीनल कोड (IPC) के सेक्शन 281, 221, 296(b), 351(1) और मोटर व्हीकल एक्ट के सेक्शन 177 और 184 के तहत केस दर्ज किया है।
घटना में चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब पीड़िता अपने साथ हुए बुरे बर्ताव की शिकायत करने पालडी पुलिस स्टेशन पहुंची। आरोप है कि वहां मौजूद दूसरे पुलिसवाले उसकी शिकायत लेने में आनाकानी कर रहे थे। हालांकि, अहमदाबाद पुलिस ने 'X' (Twitter) पर साफ किया है कि महिला ने शुरू में शिकायत नहीं की थी, जो स्टेशन डायरी में दर्ज है। लेकिन बाद में महिला ने अर्जी दी और अब उस दिशा में जांच शुरू कर दी गई है।
होम मिनिस्ट्री का नोटिस और जांच
सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला राज्य के होम मिनिस्ट्री तक पहुंचा। गांधीनगर से सख्त कार्रवाई के निर्देश मिलने के बाद बड़े अधिकारी हरकत में आए हैं। पुलिस जनता की दोस्त है, इस नारे को बनाए रखने के बजाय, जब ऐसे मामले होते हैं, तो पूरी पुलिस फोर्स की इमेज खराब होती है।
पुलिस अभी यह भी जांच कर रही है कि क्या महिला ने पहले कभी पुलिस के साथ ऐसा बर्ताव किया है। यह मामला एक बार फिर पुलिस की ट्रेनिंग और जनता के साथ उनके बर्ताव पर सवाल उठा रहा है।

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