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    Agriculture: गेहूं के बंपर पैदावार की उम्मीद, बोआई का रकबा 3.59 प्रतिशत बढ़कर 325.10 लाख हेक्टेयर पहुंचा

    By Jagran NewsEdited By: Devshanker Chovdhary
    Updated: Fri, 30 Dec 2022 06:56 PM (IST)

    कृषि मंत्रालय के मुताबिक रबी सीजन की फसलों की बोआई करीब-करीब खत्म होने वाली है। बोआई के आंकड़ों पर गौर करें तो 30 दिसंबर तक गेहूं की बोआई का रकबा साल भर पहले की तुलना में 3.59 प्रतिशत बढ़कर 325.10 लाख हेक्टेयर हो गया है।

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    गेहूं के बंपर पैदावार की उम्मीद, बोआई का रकबा 3.59 प्रतिशत बढ़कर 325.10 लाख हेक्टेयर पहुंचा।

    नई दिल्ली, पीटीआइ। कृषि मंत्रालय के मुताबिक रबी सीजन की फसलों की बोआई करीब-करीब खत्म होने वाली है। बोआई के आंकड़ों पर गौर करें तो 30 दिसंबर तक गेहूं की बोआई का रकबा साल भर पहले की तुलना में 3.59 प्रतिशत बढ़कर 325.10 लाख हेक्टेयर हो गया है। जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 313.81 लाख हेक्टेयर बोआई की गई थी।

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    गेहूं बोआई में उत्तर प्रदेश अव्वल

    मक्का, ज्वार, चना और सरसों अन्य प्रमुख रबी फसलें हैं और इनकी कटाई अगले साल मार्च-अप्रैल में शुरू होगी। राज्यवार गेहूं बोआई के आंकड़ों पर गौर करें तो उत्तर प्रदेश (3.59 लाख हेक्टेयर), राजस्थान (2.52 लाख हेक्टेयर), महाराष्ट्र (1.89 लाख हेक्टेयर), गुजरात (1.10 लाख हेक्टेयर), बिहार (0.87 लाख हेक्टेयर), मध्य प्रदेश (0.85 लाख हेक्टेयर), छत्तीसगढ़ (0.66 लाख हेक्टेयर), पश्चिम बंगाल (0.21 लाख हेक्टेयर), जम्मू-कश्मीर (0.08 लाख हेक्टेयर), असम (0.02 लाख हेक्टेयर) और झारखंड (0.03 लाख हेक्टेयर) शामिल हैं।

    मौसम सही रहने पर बढ़ेगा उत्पादन

    कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में लगभग एक प्रतिशत रकबे में ही गेहूं की बोआई हुई है। हालांकि प्रदेश में कुछ हिस्सों में किसान जनवरी में गन्ने की कटाई के बाद गेहूं की बोआई कर सकते हैं। अधिकारी ने बताया कि अधिक समर्थन मूल्य मिलने की उम्मीद में अधिक रकबे में गेहूं की बोआई की गई है। गेहूं की फसल की संभावना फिलहाल अच्छी दिखाई दे रही है और मंत्रालय को उम्मीद है कि फूल आने से लेकर दाना भरने तक अगर मौसम की स्थिति अच्छी रही तो रिकार्ड उत्पादन होगा।

    रबी सीजन में धान की बोआई का रकबा बढ़ा

    आंकड़ों के अनुसार चालू रबी सीजन में 30 दिसंबर तक धान की बोआई का रकबा भी बढ़कर 16.53 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो एक साल पहले की अवधि में 13.70 लाख हेक्टेयर था। इसी तरह 150.10 लाख हेक्टेयर के मुकाबले दालों का रकबा बढ़कर 153.09 लाख हेक्टेयर हो गया है। चालू रबी सीजन में अब तक कुल दलहन में से 105.61 लाख हेक्टेयर में चना बोया जा चुका है। मोटे और पौष्टिक अनाज का रकबा 44.85 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 46.67 लाख हेक्टेयर हो गया है। तिलहनों का कुल क्षेत्रफल बढ़कर 103.60 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो एक साल पहले 94.96 लाख हेक्टेयर था।

    अप्रैल-नवंबर के दौरान गेहूं का निर्यात 29 प्रतिशत बढ़ा

    वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान गेहूं का निर्यात 29.29 प्रतिशत बढ़कर 1.50 अरब डालर हो गया। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 1.17 अरब डालर था। हालांकि सरकार ने मई में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन कुछ देशों की खाद्य जरूरतों को पूरा करने के लिए गेहूं निर्यात की अनुमति सरकार ने दे रखी है। बासमती चावल का निर्यात भी अप्रैल-नवंबर 2022 के दौरान 39.26 प्रतिशत बढ़कर 2.87 अरब डालर हो गया, जबकि इसी अवधि में गैर-बासमती चावल का निर्यात पांच प्रतिशत बढ़कर 4.2 अरब डालर हो गया। इसी समयावधि में दालों का निर्यात 90.49 प्रतिशत बढ़कर 39.2 करोड़ डालर हो गया।

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