कारगिल विजय दिवस पर अग्निवीरों को तोहफा, UP-MP के बाद एक और राज्य ने की पुलिस भर्ती में आरक्षण का एलान
कारगिल विजय दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने अग्निवीरों के लिए राज्य पुलिस में आरक्षण देने का एलान किया है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अग्निवीर जब अपनी सेवा के बाद वापस आएंगे तो उन्हें राज्य की पुलिस सेवा में आरक्षण दिया जाएगा। वहीं एमपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अग्निवीर जवानों को पुलिस भर्ती में आरक्षण देगी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कारगिल विजय दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने अग्निवीरों के लिए के लिए बड़ी खुशखबरी दी है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अग्निवीर जब अपनी सेवा के बाद वापस आएंगे, तो उन्हें राज्य की पुलिस सेवा में आरक्षण दिया जाएगा।
एमपी में भी अग्निवीरों को मिलेगा आरक्षण
वहीं, एमपी के मुख्यमंत्री ने भी इसी तरह की बात कही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अग्निवीर जवानों को पुलिस एवं सशस्त्र बलों की भर्ती में आरक्षण देगी।
सीएम योगी ने विपक्ष पर लगाया लोगों को गुमराह करने का आरोप
सीएम योगी ने कहा कि अग्निवीर योजना पर विपक्ष लोगों को गुमराह कर रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए विपक्ष की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि किसी भी देश और समाज को आगे बढ़ने के लिए समय-समय पर सुधार करना जरूरी होता है। सीएम ने कहा कि हमें राष्ट्रीय सुरक्षा को समान महत्व देने की आवश्यकता है।
अग्निवीर जब अपनी सेवा के बाद वापस आएंगे, तो हम उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा में, पीएसी में इन नौजवानों को प्राथमिकता के आधार पर समायोजन की सुविधा देंगे।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 26, 2024
उनके लिए एक निश्चित आरक्षण की सुविधा उत्तर प्रदेश पुलिस में उपलब्ध कराएंगे...: #UPCM @myogiadityanath@UPpolice pic.twitter.com/AOiyBsnpQj
आज अग्निवीर में युवा भर्ती हो रहे हैं। उन्हें सेना में भी अच्छे अवसर मिलने वाले हैं। पैरामिलिट्री फोर्स में भी उन्हें समायोजन करने की व्यवस्था दी जा रही है। BSF, CISF सहित तमाम फोर्स में उन्हें अच्छे अवसर मिलने वाले हैं। अग्निवीर योजना जैसे ही आगे बढ़ती है और जब अग्निवीर अपनी सेवा कर वापस आएंगे तो हम उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा में, पीएसी में इन नौजवानों को प्राथमिकता के आधार पर समायोजन की सुविधा देंगे। उनके लिए एक निश्चित आरक्षण की सुविधा उत्तर प्रदेश पुलिस में उपलब्ध कराएंगे।- योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री
एमपी सरकार ने भी किया एलान
वहीं, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने कहा कि आज कारगिल दिवस के अवसर पर हमारी सरकार ने निर्णय किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशानुसार अग्निवीर जवानों को पुलिस एवं सशस्त्र बलों की भर्ती में आरक्षण दिया जाएगा।
आज कारगिल दिवस के अवसर पर हमारी सरकार ने निर्णय किया है कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की मंशानुसार अग्निवीर जवानों को पुलिस एवं सशस्त्र बलों की भर्ती में आरक्षण दिया जाएगा। #KargilVijayDiwas#DrMohanYadav #CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/HSrT2Qkyvg
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 26, 2024
छत्तीसगढ़ पुलिस में भी अग्निवीरों को मिलेगा आरक्षण
वहीं, यूपी और एमपी के बाद अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने भी अग्निवीरों को राज्य पुलिस में आरक्षण देने का एलान किया है। सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के अग्निवीर जब भारतीय सेना में अपनी सेवा के बाद वापस आएंगे तो छत्तीसगढ़ सरकार इन नौजवानों को पुलिस सेवा में आरक्षक, वन सेवा में वन रक्षक और जेल प्रहरी इत्यादि पदों में प्राथमिकता के आधार पर समायोजन की सुविधा देगी।
उन्होंने कहा कि अग्निवीरों को इसके लिए एक निश्चित आरक्षण की सुविधा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश हमारी सरकार जल्द ही जारी करने जा रही है।
छत्तीसगढ़ राज्य के अग्निवीर जब भारतीय सेना में अपनी सेवा के पश्चात वापस आएंगे तो छत्तीसगढ़ सरकार इन नौजवानों को पुलिस सेवा में आरक्षक, वन सेवा में वन रक्षक और जेल प्रहरी इत्यादि पदों में प्राथमिकता के आधार पर समायोजन की सुविधा देगी।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) July 26, 2024
अग्निवीरों को इसके लिए एक निश्चित आरक्षण की… pic.twitter.com/E69sjGKQ3A
हमारे लिए देश की सुरक्षा सर्वोपरिः पीएम मोदी
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अग्निपथ योजना पर सवाल उठाने वालों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अग्निपथ सेना के लिए रिफॉर्म है। वहीं, उन्होंने इस योजना का जिक्र करते हुए बिना नाम लिए कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग ये भ्रम भी फैला रहे हैं कि सरकार पेंशन के पैसे बचाने के लिए ये योजना लेकर आई। मैं ऐसे लोगों से पूछना चाहता हूं कि आज की भर्तियों के लिए पेंशन का सवाल तो 30 साल बाद उठेगा। सरकार आज क्यों उसके लिए फैसला लेती? उसे तबकी सरकारों के लिए छोड़ती। लेकिन, हमने सेनाओं द्वारा लिए गए इस फैसले का सम्मान किया है क्योंकि हमारे लिए राजनीति नहीं, देश की सुरक्षा सर्वोपरि है।
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