Agnipath Scheme Facts: क्या है 'अग्निपथ' योजना ? इससे जुड़े कुछ अहम सवाल जिसके जवाब आपको जानने चाहिए
Agneepath Scheme को लेकर देश के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं जो इसके बारे में पूरी तरह से जानकारी ना रखने की वजह से है। सरकार का उद् ...और पढ़ें

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क : Agnipath Scheme Facts: भारत सरकार ने तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना लांच की है। इस योजना (Agneepath Scheme) को लेकर देश के कई राज्यों में उग्र विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं जो इसके बारे में पूरी तरह से जानकारी ना रखने की वजह से है। सरकार का उद्देश्य 'अग्निपथ' योजना के तहत भारत के युवाओं को आर्म्ड फोर्सेस में बतौर अग्निवीर सेवा का मौका देने का है।
इस योजना को लेकर कई तरह की बातें की जा रही हैं और जानकारी के अभाव में लोग इसके विरोध में प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं। इस योजना के पीछे भारत सरकार का उद्देश्य देश की सुरक्षा को और भी ज्यादा मजबूत बनाने के साथ युवाओं को मिलिट्री सर्विस में अपनी सेवा देने का अवसर देने का है। इस योजना से जुड़े कुछ बिंदुओं पर ध्यान देने की जरूरत है जिसपर भ्रम होने की वजह से इसके विरोध में लोग सामने आ रहे हैं।
अग्निवीर बनने वाले युवाओं के भविष्य कितना सुरक्षित ?
जिन युवाओं को भी आगे पढ़ने की इच्छा होगी उन सभी के लिए 12वीं कक्षा के समकक्ष प्रमाणपत्र दिया जाएगा। जिनको आगे पढ़ने की रुचि होगी उनके लिए ब्रिजिंग कोर्स का प्रबंध होगा। जिन युवाओं को नौकरी करने की इच्छा होगी, उनको सीएपीएफ यानी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों तथा राज्य पुलिस में भर्ती में प्राथमिकता मिलेगी। अगर जो उनके अंदर उद्यमी बनने की चाहत हुई तो वित्तीय पैकेज और बैंक से कर्ज की योजना होगी।
इस योजना के आने की वजह से युवाओं के लिए मौके कम होंगे?
इस बात पर सवाल उठाने वालों की अवधारणा गलत है बल्कि अग्निपथ योजना के आने की वजह से युवाओं के लिए सेना में नौकरी के मौके पहले से ज्यादा बढ़ जाएंगे। भविष्य में सेना में अग्निवीरों की भर्ती वर्तमान से तीन गुणा ज्यादा तक बढ़ेगी।
इस योजना का असर रेजीमेंट के भाईचारे पर हो सकता है?
यह सवाल भी अपने आप में ही भम्र फैलाने वाला है। अग्निपथ योजना के आने के बाद भी रेजीमेंट व्यवस्था पहले जैसी ही चलती रहेगी। इसमें किसी तरह का कोई भी परिवर्तन नहीं किया जाने वाला है। उत्कृष्ट अग्निवीरों के चयन की वजह से यह और भी मजबूत होगी तथा इससे यूनिट के अंदरूनी तालमेल को बेहतर करने में मदद मिलेगी।
अग्निपथ योजना के आने से सेना के तीनों अंगों की क्षमता पर असर पड़ेगा?
भारत सरकार की अग्निपथ योजना से पहले कई अन्य देशों में इस तरह की संक्षिप्त सेवाओं का परीक्षण किया जा चुका है। इसे युवाओं और सेना के लिए सबसे बेहतर व्यवस्था माना जाता है। आपको बता दें कि पहले साल में अग्निवीरों में भर्ती होने वाले युवाओं की संख्या आर्म्ड फोर्सेज की संख्या की 3 प्रतिशत होगी। वहीं इसके चार साल बाद सेना में दोबारा भर्ती से पहले अग्निवीरों द्वारा किए गए उनके प्रदर्शन का आंकलन होगा। इस प्रक्रिया के तहत सेना को सुपरवाइजरी रैंक के लिए जांचे और परखे लोग मिलेंगे।

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