ऑपरेशन सिंदूर के बाद मालदीव के बदले सुर, यूं ही नहीं भारत के समर्थन में उतरी मुइज्जू सरकार; पढ़ें क्या है वजह
मालदीव ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए आतंकवाद की लड़ाई में भारत के साथ सहयोग करने का वादा किया है। विदेश मंत्री डॉ. अबदुल्लाह खलील ने विदेश मंत्री ए ...और पढ़ें

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मालदीव ने पहलगाम हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ सहयोग करना का वादा किया है। भारत की यात्रा पर आये मालदीव के विदेश मंत्री डॉ. अबदुल्लाह खलील ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक में अपने देश के समर्थन की बात कही।
दोनों विदेश मंत्रियों की अध्यक्षता में भारत-मालदीव उच्च स्तरीय कोर ग्रूप की दूसरी बैठक संपन्न हुई। इसमें दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने के साथ ही समुद्री सुरक्षा के मुद्दे पर बात हुई।
इसके साथ ही पीएम नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की तरफ से घोषित दृष्टि प्रपत्र के लक्ष्यों और उन्हें हासिल करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी बात हुई है। डॉ. खलील अभी भारत के दौरे पर हैं।
मालदीव ने भारत का जताया आभार
बताया जा रहा है कि दो वर्ष पहले मालदीव में मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में जो तल्खी आई थी, वह पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि डॉ. खलील ने भारत की तरफ से समय पर मिले वित्तीय मदद के लिए एक बार फिर धन्यवाद बोला है। इससे मालदीव के आम नागरिकों के जीवन पर भी काफी सकारात्मक असर पड़ा है।
भारत और मालदीव के बीच रिश्तों को दिशा देने को लेकर उच्च स्तरीय कोर ग्रूप की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण रहने वाली है।
समुद्री सुरक्षा को लेकर किन मुद्दों पर बात हुई है, इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया गया है। लेकिन माना जा रहा है कि मालदीव की तरफ से भारत को यह बताया गया है कि वहां की सरकार ऐसी कोई गतिविधि नहीं कर रही जिससे भारत के हितों को नुकसान हो। बैठक में भारत की तरफ से शुरू की जाने वाली नई ढांचागत परियोजनाओं पर भी बात हुई है।

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