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केंद्र के PFI पर नकेल कसने के बाद गोवा में इसके कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई, 35 सदस्यों को किया गया है गिरफ्तार

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शुक्रवार को विधानसभा में बताया कि केंद्र सरकार द्वारा कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लगाने के बाद से अब तक उसके 32 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। फाइल फोटो।

By AgencyEdited By: Sonu GuptaFri, 31 Mar 2023 06:37 PM (IST)
केंद्र के PFI पर नकेल कसने के बाद गोवा में इसके कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई, 35 सदस्यों को किया गया है गिरफ्तार
केंद्र के PFI पर नकेल कसने के बाद गोवा में इसके 35 सदस्यों को किया गया है गिरफ्तार।

पणजी, पीटीआई। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शुक्रवार को विधानसभा में बताया कि केंद्र सरकार द्वारा कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लगाने के बाद से अब तक उसके 32 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में भाजपा विधायक प्रवीण अर्लेकर द्वारा लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए यह बात कही।

पीएफआई के 32 सदस्यों को किया गया गिरफ्तार

उन्होंने कहा की इस संगठन पर केंद्र सरकार द्वारा कार्रवाई करने से पहले गोवा पुलिस ने पीएफआई के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया था। उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार द्वारा पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने से पहले ही गोवा पुलिस ने फातोडा पुलिस थाने में संगठन के खिलाफ दर्ज गैरकानूनी मामले में 18 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस संगठन पर केंद्र द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद फतोर्डा, मैना-कोर्टोरिम, वास्को, वालपोई, पोंडा और मडगांव में दर्ज मामलों में इसके कुल 32 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।"

पूर्व सदस्यों पर पुलिस रख रही है कड़ी निगरानी

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने विधानसभा को सूचित किया कि राज्य में संगठन के कार्यालयों को सील कर दिया गया है और इस संबंध में पीएफआई के विभिन्न दस्तावेजों को जब्त कर संबंदधित जिलाधिकारियों को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस संगठन के पूर्व सदस्यों पर कड़ी निगरानी कर रही है।

पीएफआई कार्यालय की ली गई है तलाशी

मुख्यमंत्री ने कहा कि मडगाव स्थित पीएफआई के कार्यालय परिसर के साथ-साथ पीएफआई के एक कथित हमदर्द संगठन ह्यूमेन वेलफेयर ट्रस्ट कार्यालय की भी तलाशी ली गई है। उन्होंने कहा, " जांच में पाया गया है कि अल्ताफ सयाद वी फॉर फटोर्डा नामक एक राजनीतिक समूह को फंडिंग कर रहा था। इस मामले में जांच की जा रही है।"