अमेरिका व कनाडा के शीर्ष विश्वविद्यालय भी देश में दे सकते है दस्तक, विदेश मंत्रालय के जरिए चल रही है चर्चा
दो शीर्ष आस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालयों के भारत में अपने कैंपस खोलने के ऐलान के बाद दुनिया के कुछ और शीर्ष विश्वविद्यालयों की रुचि भी इस ओर दिखी है। इनम ...और पढ़ें

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दो शीर्ष आस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालयों के भारत में अपने कैंपस खोलने के ऐलान के बाद दुनिया के कुछ और शीर्ष विश्वविद्यालयों की रुचि भी इस ओर दिखी है। इनमें अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन व रूस के करीब आठ विश्वविद्यालय आगे आए हैं। जिसके साथ मौजूदा समय में कैंपस खोलने सहित संयुक्त डिग्री कोर्स व दोहरे डिग्री कोर्स शुरू करने को लेकर उच्च स्तर पर चर्चा तेज हुई है।
देश में ही खुलेंगे दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों के कैंपस
देश में दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों के कैंपस खोलने की इस योजना में यह तेजी फिलहाल विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से जारी किए गए रेगुलेशन के बाद आयी है। जिसे सभी प्रमुख देशों में मौजूद दूतावासों के जरिए वहां के शीर्ष उच्च शिक्षण संस्थानों और उच्च शिक्षा विभाग के पास पहुंचाया गया था।
आस्ट्रेलिया के दो शीर्ष विश्वविद्यालयों ने भारत में अपने कैंपस खोलने का किया ऐलान
इस बीच इस पहल को पहली बड़ी सफलता तब मिली, जब आस्ट्रेलिया के दो शीर्ष विश्वविद्यालयों ने भारत में अपने कैंपस खोलने का ऐलान किया। इनमें क्यूएस रैंकिंग में दुनिया भर में 266 स्थान रखने वाला डेकिन विश्वविद्यालय और आस्ट्रेलिया के टॉप-10 विश्वविद्यालयों में शामिल वोलोंगोंग विश्वविद्यालय शामिल है।
बड़ी संख्या में छात्र पढ़ाई के लिए जाते हैं विदेश
देश में दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों के कैंपस खोलने की यह पहल उस समय तेज हुई, जब हर साल बड़ी संख्या में छात्र पढ़ाई के लिए विदेश चले जाते है। पिछले शैक्षणिक सत्र में ही करीब साढ़े चार लाख छात्र उच्च शिक्षा के लिए दुनिया के दूसरे देशों में गए है। इनमें सबसे ज्यादा छात्र पढ़ाई के लिए अमेरिका गए। माना जा रहा है कि इस पहल से वह देश में रहते हुए कम खर्च में ही विदेशी विश्वविद्यालयों से जुड़े कोर्स कर सकेंगे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।