शनिवार वाड़ा में नमाज मामले में दोषियों पर होगी कार्रवाई, सीएम फडणवीस ने एक्शन का बनाया मूड
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुणे के शनिवार वाड़ा परिसर में नमाज अदा करने के मामले में कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। तीन अज्ञात महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। भाजपा सांसद मेधा कुलकर्णी और शिवसेना नेता शाइना एनसी ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है, जिसमें नियमों का पालन करने और धार्मिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की गई है।

सीएम फडणवीस का सख्त एक्शन का ऐलान
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि पुणे स्थित शनिवार वाड़ा परिसर में नमाज अदा करने के मामले में कानून के उल्लंघन का दोषी पाए जाने पर किसी के भी खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में तीन अज्ञात महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को पत्रकारों के साथ एक अनौपचारिक बातचीत में कहा कि जो भी बिना अनुमति के कुछ भी करेगा, उसके खिलाफ हम कार्रवाई करेंगे। यह मामला तीन अज्ञात महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के बाद सामने आया है।
नमाज पढ़ने का वीडियो हुआ था वायरल
पुणे के ऐतिहासिक शनिवार वाड़ा परिसर में नमाज अदा करते हुए एक वीडियो शनिवार को इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ है। जिसके बाद भाजपा सांसद मेधा कुलकर्णी और अन्य संगठनों के सदस्यों ने शनिवार वाड़ा जाकर विरोध प्रदर्शन किया था।
इस बीच पुणे सिटी पुलिस के अनुसार, संरक्षित स्मारकों पर लागू प्रतिबंधों का कथित रूप से उल्लंघन करने के लिए प्राचीन स्मारक और पुरातात्विक स्थल और अवशेष (एएमएएसआर) नियम, 1959 के प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। यह घटना शनिवार दोपहर करीब 1:45 बजे हुई, जिसके बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के एक अधिकारी ने पुणे सिटी पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।
इससे पहले आज, शिवसेना नेता शाइना एनसी ने इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा है कि इस मुद्दे को हिंदू बनाम मुस्लिम बनाने की जरूरत नहीं है, बल्कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के तहत क्या स्वीकार्य है, इस पर बात होनी चाहिए।
शाइना एनसी ने दिए सुझाव
शाइना एनसी ने कहा कि चाहे शनिवार वाड़ा हो या कोई भी धार्मिक स्थल, यह तय होना ही चाहिए कहां पूजा की जा सकती है, कहाँ नहीं। यह तो ऐसा है जैसे हम हाजी अली दरगाह जाकर हनुमान चालीसा पढ़ना चाहते हैं। लेकिन कोई भी ऐसा नहीं करता, क्योंकि हम एक-दूसरे की धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करते हैं। चाहे हिंदू हों या मुसलमान, हम हमेशा साथ-साथ रहे हैं। तो इसे हिंदू बनाम मुसलमान का विवाद क्यों बनाया जा रहा है? यह इस बारे में है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के तहत क्या जायज़ है।
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