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यदि ट्रेन में यात्रा के दौरान नहीं चल रहा AC तो इस तरह पा सकते हैं पैसा वापस

IRCTC रिफंड रूल के मुताबिक, एसी कोच में एसी नहीं चलने पर यात्री अगर क्लेम करता है तो उसे रिफंड मिल सकता है।

By Srishti VermaEdited By: Published: Thu, 19 Jul 2018 05:09 PM (IST)Updated: Thu, 19 Jul 2018 05:43 PM (IST)
यदि ट्रेन में यात्रा के दौरान नहीं चल रहा AC तो इस तरह पा सकते हैं पैसा वापस
यदि ट्रेन में यात्रा के दौरान नहीं चल रहा AC तो इस तरह पा सकते हैं पैसा वापस

नई दिल्ली (जेएनएन)। आरामदायक सफर के लिए लोग ट्रेनों में एसी (वातानुकूलित) कोच का रिजर्वेशन करवाते हैं। लेकिन अगर सफर के दौरान आपके कोच का एसी काम न करे तो यही आरामदायक सफर मुश्किल में बदल जाता है। ऐसे में यात्रियों के सामने रेलवे को कोसने के अलावा कोई विकल्प नहीं दिखाई देता। लेकिन आपको बता दें कि भारतीय रेलवे में कई ऐसे नियम हैं जिससे आम नागरिक पूरी तरह जागरुक नहीं होता है। इन्हीं में से एक है आईआरसीटीसी रिफंड रूल। अगर आप एसी कोच में सफर कर रहे हैं और आपका एसी नहीं काम कर रहा है तो ये नियम आपके लिए ही है।

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IRCTC रिफंड रूल के मुताबिक, एसी कोच में एसी नहीं चलने पर यात्री अगर क्लेम करता है तो उसे रिफंड (अतिरिक्त पैसा वापस) मिल जाता है। यानी भारतीय रेलवे वातानुकूलित कोच में एसी सुविधा प्रदान करने में विफल होने पर कुछ किराया राशि की वापसी कर देता है। हालांकि, इसमें कुछ शर्तें भी जुड़ी हैं।

इन शर्तों के साथ मिल सकते हैं रिफंड
- यदि यात्री द्वारा बुक किया गया टिकट वातानुकूलित प्रथम श्रेणी के लिए है, तो एसी प्रथम श्रेणी के किराए और प्रथम श्रेणी के किराए के बीच के अंतर का शुल्क प्रदान किया जाएगा।

-यदि यात्री द्वारा बुक किया गया टिकट वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी या वातानुकूलित तृतीय-स्तरीय वर्ग के लिए है, तो उस स्थिति में, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी या वातानुकूलित तृतीय श्रेणी वर्ग का किराया और स्लीपर क्लास के बीच का अंतर किराया प्रदान किया जाएगा। यह शर्त मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों दोनों के लिए मान्य है।

-यदि टिकट वातानुकूलित चेयर कार के लिए है, तो यात्री को एसी चेयर कार का किराया और मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में द्वितीय श्रेणी के किराए के बीच के अंतर का शुल्क दिया जाएगा।

-यदि यात्री द्वारा बुक किया गया टिकट कार्यकारी वर्ग (एग्जीक्यूटिव क्लास) के लिए है, तो संबंधित अनुभाग के लिए अधिसूचित कार्यकारी वर्ग किराया और उस खंड की संबंधित दूरी के लिए प्रथम श्रेणी के किराए के बीच का अंतर शुल्क दिया जाएगा।

क्या करना होगा
यदि यात्री के पास ई-टिकट है, तो यात्री को अपने गंतव्य तक ट्रेन के वास्तविक समय पर पहुंचने के बीस घंटे तक ऑनलाइन टीडीआर दर्ज करना होगा। इसके बाद यात्री को इसे जारी मूल प्रमाणपत्रों (जीसी / ईएफटी) के साथ ग्रुप जनरल मैनेजर/आईटी, इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड, इंटरनेट टिकटिंग सेंटर, आईआरसीए बिल्डिंग, स्टेट एंट्री रोड, नई दिल्ली - 110055, के पास पोस्ट के माध्यम से भेजना होगा।

यदि यात्री के पास आई-टिकट है, तो उसे उपरोक्त पते पर यात्रा के समय टिकट जांच कर्मचारी (टीटीई) द्वारा जारी मूल प्रमाणपत्र (जीसी / ईएफटी) भेजना होगा।

यात्री को ध्यान रखना होगा कि रेलवे मूल प्रमाण पत्र (जीसी / ईएफटी) प्राप्त करने के बाद ही टीडीआर के माध्यम से धनवापसी संसाधित करेगा। क्लेम (दावा) आईआरसीटीसी द्वारा संबंधित उसी क्षेत्रीय रेलवे को भेजा जाएगा जिसके अधिकार क्षेत्र में ट्रेन गंतव्य आता है। इस प्रकार, राशि यात्री के उसी खाते में जमा की जाएगी जिसके माध्यम से भुगतान किया गया था।

इस नंबर पर व्हाट्सअप पर पायें ट्रेन का लाइव स्टेटस
ट्रेन का लाइव स्टेट्स जानने के लिए आपको अपने मोबाइल में 7349389104 नंबर को सेव करना होगा। इसके बाद आप किसी भी ट्रेन का नंबर इस नंबर पर सेंड कर उसके बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। आपको ट्रेन की अपटेड स्थिति इस नंबर से मिल जाएगी। 10 सेकंड में आपको आपकी ट्रेन का लाइव स्टेटस उसी ग्रुप में मिल जाएगा। इस तरीके को अपनाकर आप महसूस करेंगे कि पहले से काफी आसान हो गया है ट्रेन का स्टेटस जानना।


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