Move to Jagran APP

गांव वालों ने पत्नी को पानी भरने नहीं दिया पति ने कुआं खोद लिया

महाराष्ट्र के सूखा पीडि़त विदर्भ क्षेत्र में वाशिम जिले के कोलांबेश्वर गांव में दलित महिला को गांव वालों ने पानी नहीं भरने दिया तो उसका पति ने कुअां खोदकर मिसाल कायम किया।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Sun, 08 May 2016 07:45 PM (IST)Updated: Sun, 08 May 2016 09:41 PM (IST)
गांव वालों ने पत्नी को पानी भरने नहीं दिया पति ने कुआं खोद लिया

नागपुर, प्रेट्र। ऊंची जाति के लोगों ने जिस दलित की पत्नी को पानी तक पहुंचने की इजाजत नहीं दी उसने अपना ही कुआं खोदने का संकल्प ले लिया। कड़ी मेहनत का नतीजा है कि इलाके के दलित समुदाय की प्यास बुझ रही है। महाराष्ट्र के सूखा पीडि़त विदर्भ क्षेत्र में वाशिम जिले के कोलांबेश्वर गांव में पेशे से मजदूर बापूराव ताजने ने इस कठिन परिश्रम को अंजाम तक पहुंचाया है।

loksabha election banner

ताजने की पत्नी को ग्रामीणों ने कुएं से पानी लेने की इजाजत नहीं दी। ताजने ने समुदाय के एक बड़े हिस्से के साथ हो रहे इस तरह के सामाजिक भेदभाव का बदला लेने की ठान ली। 40 दिनों तक कुआं खोदने का काम चलता रहा और पानी मिलते ही ताजने की खुशी का ठिकाना न रहा। पूरे आत्मविश्वास से भरे ताजने ने बताया कि अपनी कड़ी मेहनत के बाद प्रचुर भूजल मिलने से वह खुद को भाग्यशाली मान रहे हैं।

पढ़ेंः लातूर में बोरवेल की खुदाई के लिए अनुमान लगाने वालों पर टिकी निगाहें

ताजने की पत्नी को पानी भरने की इजाजत नहीं दिए जाने की खबर अधिकारियों तक पहुंची। वाशिम जिले के प्रशासक ने तहसीलदार क्रांति डोंबे को गांव का दौरा करने को कहा। डोंबे ने कहा कि ताजने के काम की सराहना करते हुए जिला प्रशासन ने उसे प्रतिबद्धता और मजबूत इच्छाशक्ति का प्रतीक माना है। तहसीलदार ने कहा कि सरकार ने ताजने की असाधारण उपलब्धि को ध्यान में लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि महिला को पानी लेने से रोकने वाले ग्रामीणों की पहचान नहीं होने से एससी एवं एसटी (उत्पीड़ण रोकथाम) अधिनियम के तहत दंडात्मक कार्रवाई नहीं जा सकी है।

पढ़ेंः जलसंकट से बुंदेलखंड बेजार, महोबा में पानी चोरी में किसान गिरफ्तार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.