जलसंकट से बुंदेलखंड बेजार, महोबा में पानी चोरी में किसान गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में पानी तथा सूखे की समस्या को लेकर जहां केंद्र तथा राज्य सरकार के बीच तकरार जारी है, वहीं महोबा के एक किसान को पानी चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में पानी तथा सूखे की समस्या को लेकर जहां केंद्र तथा राज्य सरकार के बीच तकरार जारी है, वहीं महोबा के एक किसान को पानी चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस बुजुर्ग किसान की गिरफ्तारी ने उत्तर प्रदेश में पर्याप्त पानी होना का दावा करने वाली उत्तर प्रदेश सरकार कर करारा प्रहार किया है।
उत्तर प्रदेश इन दिनों बुंदेलखंड में सूखा तथा पानी की कमी को लेकर बड़ा अखाड़ा बना हुआ है। केंद्र और राज्य सरकार बुंदेलखंड में पानी को भिड़ रही हैं। राज्य सरकार ने पानी की किल्लत को नकारते हुए केंद्र सरकार का पानी तो लेने से मना कर दिया, लेकिन महोबा में दो दिन पहले एक बुजुर्ग किसान को पानी चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। महोबा जिला तीन वर्ष से सूखे की मार झेल रहा है। हालांकि राज्य सरकार और जिला प्रशासन लगातार इस बात का दावा कर रही है कि जल संकट नहीं है, लेकिन यह तस्वीर कुछ अलग ही कहानी बयां कर रही है। महोबा में लोग खेती और प्यास बुझाने के लिए पानी की चोरी करने लगे हैं। इसके बाद भी प्रशासन जल संकट मानने के लिए तैयार नहीं है।
महोबा के एक बुजुुर्ग किसान नंद लाल पर पाइप लाइन तोड़कर पानी चुराने का आरोप लगा है। जिसके बाद जल निगम के सहायक अभियंता महोबा ने लोक सम्पत्ति क्षति निवार्ण अधिनियम के तहत महोबा कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया। जिले में जहां लोग प्यास बुझाने को परेशान है तो कुछ किसानों ने पाइप लाइन के चेंबर की वाल्ब को तोड़कर पानी लूट लिया और खेतों की सिंचाई कर रहे हैं। अब किसानों की इस हरकत से लाखों लीटर पानी रोजाना बर्बाद हो रहा है। विभाग को जब इसकी सूचना मिली तब तक किसान अपने खेत को पूरी तरह सींच चुका था और भविष्य की सिंचाई के लिए खेत के बड़े से गड्ढे में भी पानी भर लिया। इससे जहां कुछ किसानों को लाभ हो रहा है तो उनकी वजह से सैकड़ों की आबादी बूंद-बूंद पानी को परेशान है। अधिकारियों ने पाइप लाइन को ठीक कर लिया है।
महोबा शहर से 32 किलोमीटर दूर से उर्मिल बांध से महोबा में पेयजल आपूर्ति के लिए एक पाईप लाइन डाली गई है। पुलिस लाइन रोड पर कांशीराम कालोनी के पहले लाइन के दो चेंबर बने। जिससे शहर में पेयजल की सप्लाई होती है, किसान हीरालाल ने पाइप लाइन के चेंबर की वाल्ब को तोड़ दिया जिससे यहां से लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा था। आसपास के किसान इससे अपने खेतों की सिंचाई कर रहे थे।
जल संस्थान के एक्जीक्यूटिव राजीव भटनागर का कहना है कि हीरालाल ने वाटर सप्लाई लाइन के सेल्युज वॉल्व को लूज करके पानी की चोरी की। जिसके बाद पुलिस से इसकी शिकायत की गई। किसान परिवार का आरोप है कि जल संस्थान के कर्मियों ने खुद हीरालाल को बताया था कि वाटर सप्लाई लाइन ओवरफ्लो है। इसका पानी बह रहा है जो जानवरों के पीने के काम आएगा। हीरालाल की पत्नी मुन्नी कह रही है कि पति को पानी की चोरी के लिए पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि उन्होंने ऐसा नहीं किया।