आठवीं की छात्रा ने सीजेआइ को लिखा पत्र, गांव में बहाल हुई बस सेवा
कोरोना महामारी के कारण बंद पड़ी बस सेवा को बहाल करने में तेलंगाना निवासी कक्षा आठ की छात्रा वैष्णवी ने अहम भूमिका निभाई। दरअसल उसने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआइ) एनवी रमना से यह अपील की और सुविधा बहाल करवाई।
हैदराबाद, प्रेट्र। तेलंगाना की आठवीं कक्षा की छात्रा पी वैष्णवी ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआइ) एनवी रमना को अपने गांव में कोरोना महामारी के कारण बंद हो चुकी बस सेवा को फिर से चालू कराने की विनती वाला पत्र लिखा। मामले पर सीजेआइ द्वारा सूचित किए जाने के बाद तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम ने रंगा रेड्डी जिले के गांव चिडेडू में बस सेवा बहाल कर दी है।
छात्रा पी वैष्णवी ने पत्र में लिखा था कि गांव में बस नहीं आने के चलते उसे, उसके भाई व बहन को स्कूल और कालेज जाने में दिक्कत हो रही है। अन्य बच्चे भी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। वैष्णवी ने यह भी बताया था कि कोरोना की पहली लहर में उनके पिता का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वह रोजाना आटो रिक्शा का खर्च उठाने में सक्षम नहीं है। परिवहन निगम के मुताबिक, सीजेआइ ने निगम को कहा कि शिक्षा के अधिकार के तहत बच्चों को समय पर बस उपलब्ध कराई जाए।
इस बस सेवा के बंद होने से अन्य ग्रामीणों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वैष्णवी की चिट्ठी पर कार्रवाई करते हुए CJI ने TSRTC को बस सेवा बहाल करने के निर्देश दिए। TSRTC प्रबंधन की ओर से MD ने बच्चों के शिक्षा के अधिकार के प्रति कार्पोरेशन के वादे की याद दिलाई।
TSRTC ने बस यात्रियों से आग्रह किया है कि वे अपने नजदीकी बस डीपो मैनेजर से संपर्क करें ताकि उनके गांव में बस सर्विस की बहाली हो सके। लोगों से TSRTC के कस्टमर सपोर्ट टीम से भी संपर्क करने और एमडी के आफिस को ट्वीट करें।