Independence Day 2025: लाल किले से किसने दिया सबसे लंबा और सबसे छोटा भाषण? स्वतंत्रता दिवस से जुड़े अन्य तथ्य; 10 Points
आज भारत 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री मोदी लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। वे 12वीं बार राष्ट्र को संबोधित करेंगे और सबसे अधिक बार ध्वज फहराने वाले प्रधानमंत्रियों में तीसरे स्थान पर हैं। पीएम मोदी के नाम लाल किले से सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड है। इस वर्ष के समारोह का विषय नया भारत है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज देश 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। अब से थोड़ी देर पीएम मोदी लाल किले के प्रचीर से देश को संबोधित करेंगे। ये 12वीं बार है, जब पीएम मोदी लगातार पीएम लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करने वाला है।
बता दें कि स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले पर सबसे अधिक बार राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाले प्रधानमंत्रियों में वे तीसरे स्थान पर हैं। अभी तक भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम 17 बार ध्वज फहराने का रिकॉर्ड है। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का नाम है, जिन्होंने 16 बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया था।
पीएम मोदी के नाम सबसे लंबे भाषण का रिकॉर्ड
जानकारी दें कि पीएम मोदी के नाम लाल किले से सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 में 98 मिनट तक भाषण दिया। उनसे पहले, जवाहरलाल नेहरू ने 1947 में 72 मिनट का भाषण दिया था; यह रिकॉर्ड पीएम मोदी ने 2015 में 88 मिनट के भाषण के साथ तोड़ दिया।
किसने दिया सबसे छोटा भाषण?
बता दें कि सबसे छोटे भाषण का रिकॉर्ड जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के नाम है। लाल किले की प्रचीर से सबसे छोटा भाषण 14 मिनट का रहा। इसके बाद सबसे छोटा भाषण पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी का था।
साल 2014 में पीएम मोदी ने दिया था पहला भाषण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 में पहली बार लाल किले के प्राचीर से ध्वज फहराया था। इस साल उन्होंने 65 मिनट का भाषण दिया था।
क्या है इस साल का थीम?
सरकार ने कहा है कि इस वर्ष के समारोह का विषय 'नया भारत' है और यह समारोह एक समृद्ध, सुरक्षित और साहसिक नए भारत के निरंतर उदय का स्मरण करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा।
ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र पीएम मोदी कर सकते हैं जिक्र
माना जा रहा है कि पीएम मोदी के संबोधन में आज ऑपरेशन सिंदूर होगा का जिक्र हो सकता है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी ठिकानों और उसके बाद इस्लामाबाद द्वारा किए गए सशस्त्र हमले के खिलाफ एक कड़ी जवाबी कार्रवाई की थी।
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