दादा-दादी, नाना-नानी अभियान के तहत 3.5 लाख बुजुर्गों की मदद, शिकायतों का निपटारा
देश के 28 महत्वाकांक्षी जिलों में चलाए जा रहे सुरक्षित दादा-दादी नाना-नानी अभियान के तहत आने वाली शिकायतों में से 77 फीसद का समाधान कर दिया गया है। ...और पढ़ें

नई दिल्ली, एएनआइ। देश के 28 महत्वाकांक्षी जिलों में चलाए जा रहे सुरक्षित दादा-दादी, नाना-नानी अभियान (Surakshit Dada-Dadi, Nana-Nani Abhiyaan, SDDNNA) के तहत आने वाली शिकायतों में से 77 फीसद का समाधान कर दिया गया है। योजना के तहत 3.5 लाख से ज्यादा बुजुर्गों की मदद भी की गई है। इस अभियान की शुरुआत नीति आयोग (NITI Aayog) ने पीरामल फाउंडेशन (Piramal Foundation) के सहयोग से पांच मई को की थी।
एक बयान के अनुसार, 'नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत (Amitabh Kant) ने आयोग, पीरामल फाउंडेशन व जिला प्रशासन की तरफ से चलाए जा रहे अभियान के तहत 2.9 लाख बुजुर्गों की सेहत की देखभाल किए जाने की सराहना की।' अभियान के 50 दिनों में 41,754 स्वयंसेवकों की भागीदारी से 3,67,156 बुजुर्गों की मदद की गई। इस दौरान 11,428 शिकायतों का निस्तारण भी किया गया।
अभियान आठ राज्यों के 28 महत्वाकांक्षी जिलों में चलाया जा रहा है। इनमें उत्तर प्रदेश (चित्रकूट, श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर व सोनभद्र), मध्य प्रदेश (विदिशा, बड़वानी, दमोह, सिंगरौली व खांडवा), बिहार (बेगूसराय, कटिहार, अररिया, सीतामढ़ी व शेखपुरा), झारखंड (पाकुड़ व साहिबगंज) आदि शामिल हैं। बयान में कहा गया है कि स्वयंसेवकों को 'अपने साथी' नाम दिया गया है, जो बुजुर्गों के संपर्क में रहते हैं। स्वयंसेवक बुजुर्गों की सेहत के बारे में जानकारी हासिल करते रहते हैं और उन्हें कोरोना से बचाव के उपाय भी बताते हैं।
ऐसे समय जब देश में कोरोना का प्रकोप देखा जा रहा है यह खबर राहत देती है। मौजूदा वक्त में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 4,56,183 पर पहुंच गई जबकि मृतकों का आंकड़ा 14,476 हो गया। हालांकि देश में कोरोना संक्रमण के बाद से 23 जून तक 73.5 लाख से ज्यादा नमूनों की जांच की गई है। अकेले मंगलवार को ही एक दिन में सबसे ज्यादा 2,15,195 नमूनों की जांच की गई। आइसीएमआर ने देश में कोरोना जांच के लिए अब तक 1,000 प्रयोगशालाओं को अनुमति दी है।

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