75th Independence Day: आजादी के 75 साल पूरे होने में बचे हैं गिनती के दिन, जानें स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी अहम बातें
ब्रिटिश शासन की चंगुल से 200 साल बाद 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ था। स्वतंत्रता सेनानियों की साहस और बलिदान ने ब्रिटिश राज को देश से बेदखल करने में सफलता हासिल की। 75वें स्वतंत्रता दिवस में अब गिनती के दिन ही बचे हैं।

नई दिल्ली, एजेंसी। 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए देश में पूरी तैयारी हो चुकी है। इसके लिए 'Nation First, Always First' थीम निर्धारित की जा चुकी है। भारत सरकार आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर इस बार स्वतंत्रता दिवस को विशेष रूप से मना रही है। इसे आजादी का अमृत महोत्सव नाम दिया गया है। 1858 से 1957 तक भारत में ब्रिटिश शासन रहा। 1757 से 1857 तक भारत ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के नियंत्रण में था। ब्रिटिश शासन की चंगुल से 200 साल बाद 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ था। स्वतंत्रता सेनानियों की साहस और बलिदान ने ब्रिटिश राज को देश से बेदखल करने में सफलता हासिल की। 75वें स्वतंत्रता दिवस में अब गिनती के दिन ही बचे हैं।
जानें स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी अहम बातें
- पहली बार 1857 में आजादी के लिए संघर्ष की शुरुआत की गई। मंगल पांडे की अगुवाई में 1857 का विद्रोह हुआ। झांसी की रानी लक्ष्मी बाई, बहादुर शाह जफर, तांत्या टोपे और नाना साहिब ने 1857 में ब्रिटिश सैनिकों को रोकने के लिए मोर्चा संभाल लिया था। 1857 का विद्रोह मेरठ में सैन्य कर्मियों के विरोध से शुरू हुआ था।
- 1900 में स्वदेशी आंदोलन का बिगुल फूंका गया। बाल गंगाधर तिलक और जेआरडी टाटा ने बांबे स्वदेशी को-आप स्टोर्स लिमिटेड की स्थापना की। इससे विदेशी चीजों के बहिष्कार व स्वदेशी सामानों को तरजीह देने की बात कही गई। महात्मा गांधी ने इसे स्वराज का नाम दिया।
- 7 अगस्त 1906 को भारत का राष्ट्रीय ध्वज लहराया गया जिसमें तीन रंगों में तीन रंगों लाल, पीले और हरे रंग की धारियां थीं। यह ध्वजारोहण कोलकाता में बागान स्क्वायर में हुआ। ध्वज के पहले वर्जन की डिजायनिंग 1921 में पिंगाली वेंकैय्या ने की थी। वर्तमान में ध्वज केसरिया, सफेद व हरे रंग की धारियों वाला है और इसमें अशोक चक्र है। इसे 22 जुलाई 1947 में मान्यता मिली थी।
- भारत छोड़ो आंदोलन ( Quit India Movement) को अगस्त मूवमेंट के नाम से भी जानते हैं। इसकी शुरुआत द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान 8 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने आल इंडिया कांग्रेस कमिटी के बांबे सेशन में किया था। इसमें भारत को ब्रिटिश शासन के चंगुल से निकालने की बात की गई थी।
- आजादी के वक्त भारत के पास आधिकारिक तौर पर राष्ट्रगान नहीं था। 1911 में रबिंद्रनाथ टैगोर ने 'भारत भाग्य विधाता' गाने को कंपोज किया था जिसे 'जन गण मन' के नाम से जानते हैं। 24 जनवरी 1950 में इसे राष्ट्रगान के तौर पर मंजूरी मिल गई।
- भारत और पाकिस्तान के बीच बाउंड्री लाइन ब्रिटिश बैरिस्टर सर साइरिल रेडक्लिफ ने 3 अगस्त 1947 को खींच दी। इसे रेडक्लिफ लाइन के नाम से भी जानते हैं। आधिकारिक तौर पर यह देश की आजादी के दो दिन बार 17 अगस्त 1947 को सार्वजनिक की गई।
- सिंधु ( Indus) नदी के नाम पर देश का नाम भारत (India) रखा गया। सिंधु घाटी सभ्यता से सभी परिचित हैं।
- भारत को 15 अगस्त 1947 की आधी रात को आजादी मिल गई। कोरिया, कांगो, बहरीन और लिचटेनस्टीन (Liechtenstein) भी इसी दिन भारत के साथ अपना स्वतंत्रता समारोह मनाते हैं।
- भारत के राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम' को बंकिम चंद्र चटर्जी (Bankim Chandra Chatterjee) द्वारा लिखे गए उपन्यास आनंदमठ से लिया गया था। 24 जनवरी 1959 को इसे राष्ट्रीय गीत के तौर पर मंजूरी मिली।
- भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने लाल किले पर 15 अगस्त की आधी रात को तिरंगा लहराया था। उन्होंने 14 अगस्त 1947 की आधी रात को जो भाषण दिया था उसे 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' के नाम से जाना जाता है।
ब्रिटिश हुकूमत से आजादी के लिए भारत में 1857 से लेकर 1947 तक कई आंदोलन हुए जिसके बाद जाकर देश को आजादी मिली। अब 75 साल पूरे होने पर देशभर में समारोहों का आयोजन किया जाएगा।
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