अमरनाथ यात्रा के लिए 60 हजार श्रद्धालुओं ने करवाया पंजीकरण, 28 जून से शुरू होगी यात्रा
अमरनाथ यात्रा के लिए अब तक देश के विभिन्न हिस्सों से 60 हजार श्रद्धालुओं ने एडवांस पंजीकरण करवा लिया है। यात्रा 28 जून से शुरू हो रही है।
जम्मू (राज्य ब्यूरो)। अमरनाथ यात्रा के लिए अब तक देश के विभिन्न हिस्सों से 60 हजार श्रद्धालुओं ने एडवांस पंजीकरण करवा लिया है। इसमें अधिकतर श्रद्धालु महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड व गुजरात से हैं। यात्रा 28 जून से शुरू हो रही है, जो 26 अगस्त को समाप्त होगी। इस बीच जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा (श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन भी हैं) ने यात्रा के प्रबंधों की समीक्षा की और उचित दिशा निर्देश दिए।
बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमंग नरूला ने बताया कि यात्रा के लिए एक मार्च से एडवांस पंजीकरण शुरू हुआ था। पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू कश्मीर बैंक व येस बैंक की 440 शाखाओं में पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। विदेशी श्रद्धालु पंजाब नेशनल बैंक से पंजीकरण करवा सकते हैं। ग्रुप में पंजीकरण की व्यवस्था श्राइन बोर्ड ने स्वयं की है।
वहीं राज्यपाल ने सीईओ से कहा कि वह नियमित तौर पर एडवांस पंजीकरण की रिपोर्ट हासिल करें। पंजीकरण से संबधित श्रद्धालुओं की किसी भी परेशानी को बिना देरी के दूर किया जाए। पंजीकरण के लिए आवश्यक स्वास्थ्य प्रमाणपत्र बनाने के लिए हर राज्य में डॉक्टरों की टीमों का गठन हो चुका है। इसकी पर्याप्त जानकारी श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध है। श्राइन बोर्ड के कार्यालय में हेल्प डेस्क बनाया गया है, जिसका नंबर 0191-2555662 और 0191-2503399 है। यहां से सुबह साढ़े नौ बजे से शाम साढ़े आठ बजे तक यात्री कोई भी जानकारी हासिल कर सकते हैं।

पहलगाम व बालटाल रास्ते में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए किए जा रहे प्रबंधों के बारे में राज्यपाल को जानकारी दी गई। सीइओ ने बताया कि दोनों यात्रा मार्गों पर पीने के पानी, बिजली व अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए गए हैं। राज्यपाल ने कहा कि दोनों यात्रा मार्गों पर निर्धारित समय के भीतर बर्फ हटाने का काम शुरू किया जाए। दोनों यात्रा मार्गों पर पवित्र गुफा स्थल तक डस्टबिन लगाए जाएं और यह सुनिश्चित किया जाए कि कचरे को नियमित तौर पर इकट्ठा किया जाए और ठिकाने लगाया जाए।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।