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    Breath Analyzer टेस्ट में फेल हुए 60 पायलटों और 150 कैबिन क्रू सदस्यों को किया गया सस्पेंड, सरकार ने संसद में दी जानकारी

    पिछले ढाई सालों के दौरान कुल 210 पायलट और कैबिन क्रू सदस्यों को शराब का सेवन करने के आरोप में सस्पेंड किया गया है। Breath Analyzer परीक्षण में 60 पायलटों और 150 केबिन क्रू सदस्य पाजिटिव पाए गए।

    By Amit SinghEdited By: Updated: Thu, 21 Jul 2022 03:35 PM (IST)
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    पिछले ढाई सालों 210 पायलट और कैबिन क्रू सदस्य Breath Analyzer में फेल

    नई दिल्ली, एजेंसियां: पिछले ढाई सालों के दौरान कुल 210 पायलट और कैबिन क्रू सदस्यों को शराब का सेवन करने के आरोप में सस्पेंड किया गया है। Breath Analyzer परीक्षण में 60 पायलटों और 150 केबिन क्रू सदस्य पाजिटिव पाए गए। Breath Analyzer परीक्षण विमानन सुरक्षा सुनश्चित करने के लिए किया जाता है। ताकि पायलट और कैबिन क्रू सदस्यों द्वारा शराब का सेवन करने के कारण विमानन सुरक्षा के लिए कोई खतरा पैदा न हो।

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    1 जनवरी, 2020 से 30 जून, 2022 की अवधि के दौरान, नागरिक उड्डयन आवश्यकताएं (सीएआर) सेक्शन-5, सीरीज-एफ, पार्ट-III के प्रावधान के मुताबिक, Breath Analyzer परीक्षण में पाजिटिव पाए गए किसी भी व्यक्ति का लाइसेंस रद्द नहीं किया गया। हालांकि, पाजिटिव पाए गए सभील 210 पायलटों और केबिन क्रू सदस्यों को सस्पेंड करने की कार्रवाई की गई है। एक संसदीय के एक जवाब के मुताबिक, एयरलाइंस द्वारा नियमों और नागरिक उड्डयन आवश्यकताओं के अनुपालन की निगरानी के लिए एक व्यवस्थित और सुरक्षा निरीक्षण प्रक्रिया है।

    बताया जा रहा है कि Breath Analyzer परीक्षण एक सतत प्रक्रिया है। जिसमें डीजीसीए की निगरानी के तहत स्पाट चेक और नियामक आडिट शामिल हैं। नियमों के अनुपालन के लिए संबंधित आपरेटर के साथ सुरक्षा निरीक्षण अभ्यास के निष्कर्षों का पालन किया जाता है। जिसके बाद ही टिप्पणियों का उचित सत्यापन करने के बाद उन्हें बंद किया जाता है।

    आपरेटर द्वारा की गई कार्रवाई का अनुपालन अगले आडिट और निगरानी के दौरान सत्यापित किया जाता है। आडिट के दौरान पाए गए नियमों के उल्लंघन के मामले में, आर्थिक दंड सहित डीजीसीए द्वारा कई तरह की कार्रवाई का प्रावधान हैं। DGCA ने अपने दिशानिर्देशों में कहा है कि एयरलाइंस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके काकपिट और केबिन-क्रू सदस्यों में से 50 प्रतिशत दैनिक आधार पर प्रीफ्लाइट अल्कोहल परीक्षण में शामिल हों।

    डीजीसीए की एडवाइजरी के मुताबिक, शराब पीने के 12 घंटे बाद भी, जब खून में अल्कोहल का स्तर शून्य रहता है। वो तब भी कर्मचारियों की कार्यकरने की क्षमता को प्रभावित करता है। शरीर में कम मात्रा में मौजूद अल्कोहल भी कई मामलों में उड़ान सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है।