3D Temple: तेलंगाना में बनकर तैयार हुआ दुनिया का पहला थ्रीडी प्रिंटेड मंदिर... जानिये क्या है खासियत
यह न केवल भारत में बल्कि दुनिया में अपनी तरह का पहला 3डी प्रिंटेड मंदिर है। इसमें मौजूद तीन शिखर और तीन गर्भगृहों को लगभग 70-90 दिनों में इन-हाउस विकसित प्रणाली और स्वदेशी रूप से विकसित सामग्री और सॉफ्टवेयर की मदद से रोबोटिक्स 3 डी प्रिंटिंग सुविधा का उपयोग करके सिंपलीफोर्ज द्वारा ऑन साइट 3 डी प्रिंट किया गया था।

पीटीआई, हैदराबाद। तेलंगाना में दुनिया का पहला 3डी प्रिंटेड हिंदू मंदिर बनकर तैयार है। सिद्दीपेट के बुरुगुपल्ली में 3डी प्रिंटेड मंदिर अप्सुजा इंफ्राटेक द्वारा 3,800 वर्ग फुट के क्षेत्र में बनाया गया है। मंदिर को बनाने में लगभग साढ़े पांच महीने का समय लगा है।
अप्सूजा इंफ्राटेक ने इस प्रोजेक्ट के लिए 3डी प्रिंटेड कंस्ट्रक्शन कंपनी सिंप्लीफोर्ज क्रिएशन्स के साथ करार किया था। सिंप्लीफॉर्ज क्रिएशन्स ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद के साथ मिलकर मार्च में दो घंटे से भी कम समय में भारत का पहला प्रोटोटाइप ब्रिज बनाया था।
संरचना के भीतर तीन गर्भगृह हैं
इस संरचना में भगवान गणेश के लिए एक मोदक, भगवान शंकर के लिए एक शिवालय और देवी पार्वती के लिए एक कमल के आकार का घर है। तीन गोपुरम (शिखर) और तीन गर्भगृहों को लगभग 70-90 दिनों में इन-हाउस विकसित प्रणाली और स्वदेशी रूप से विकसित सामग्री और सॉफ्टवेयर की मदद से रोबोटिक्स 3 डी प्रिंटिंग सुविधा का उपयोग करके सिंपलीफोर्ज द्वारा ऑन साइट 3 डी प्रिंट किया गया था।
खंभे, स्लैब और फर्श जैसी शेष संरचनाएं पारंपरिक निर्माण तकनीकों का उपयोग करके बनाई गई हैं।
सिंपलीफोर्ज के मुख्य परिचालन अधिकारी अमित घुले का कहना है कि यह संरचना न केवल भारत में बल्कि दुनिया में अपनी तरह का पहला 3डी प्रिंटेड मंदिर है।
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