छत्तीसगढ़ में सड़क के लिए पेड़ काटने पर 36 आदिवासियों को जेल, मामला जानकर रह जाएंगे दंग
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में सड़क बनाने के लिए पेड़ काटने पर 36 आदिवासियों को जेल भेज दिया गया है। बलौदाबाजार जिले के वन ग्राम छतालडबरा में लगभग 100 परिवार रहते हैं जिनमें अधिकांश आदिवासी हैं। वहीं ये लोग महासमुंद जिले के अमलोर-सिरपुर मार्ग पर आने-जाने के लिए वन विकास निगम द्वारा बनाए गए वन मार्ग का उपयोग करते हैं।

जेएनएन, महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में सड़क बनाने के लिए पेड़ काटने पर 36 आदिवासियों को जेल भेज दिया गया है। बलौदाबाजार जिले के वन ग्राम छतालडबरा में लगभग 100 परिवार रहते हैं, जिनमें अधिकांश आदिवासी हैं।
ये लोग महासमुंद जिले के अमलोर-सिरपुर मार्ग पर आने-जाने के लिए वन विकास निगम द्वारा बनाए गए वन मार्ग का उपयोग करते हैं। रास्ते में पेड़-झाड़ होने के कारण वन्य जीव छिपे रहते हैं, जो अचानक राहगीरों पर हमला कर देते हैं। इसे देखते हुए ग्रामीण वर्षों से सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं।
इस पर निगम ने सड़क निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये का अनुमानित बजट बनाकर शासन को भेजा था, लेकिन स्वीकृति अब तक नहीं मिली।
इस बीच वन्य जीवों के हमलों से भयभीत ग्रामीणों ने सड़क बनाने के लिए झाड़ आदि सहित मिश्रित प्रजाति के 89 और सागौन के तीन वृक्ष बिना अनुमति काट दिए। इसकी जानकारी मिलने पर वन विकास निगम के अधिकारियों ने भारतीय वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया और सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
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