थाईलैंड से 270 भारतीयों की वतन वापसी, साइबर अपराध के चंगुल में फंसकर पहुंचे थे म्यांमार
भारत ने थाईलैंड से 270 नागरिकों को वापस लाया, जो म्यांमार में साइबर अपराध के शिकार हुए थे। म्यावाडी शहर में 'केके पार्क' पर छापे के बाद ये लोग थाईलैंड पहुंचे थे। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में म्यांमार के ठगी केंद्रों का खुलासा हुआ है, जहाँ लोगों को जबरन धोखाधड़ी में शामिल किया जाता है। दूतावास ने विदेश में नौकरी से पहले जांच-पड़ताल की सलाह दी है।

270 भारतीय थाईलैंड से लौटे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने थाईलैंड से अपने 270 नागरिकों को दो सैन्य विमानों के जरिये गुरुवार को वापस लाया। पिछले महीने म्यांमार के म्यावाडी शहर में साइबर अपराधियों के कुख्यात ठिकाने 'केके पार्क' पर छापे के बाद 500 भारतीय समेत 28 देशों के 1,500 लोग भागकर थाईलैंड के सीमावर्ती शहर माई सोत पहुंचे थे।
इनमें से कुछ भारतीयों को साइबर अपराधियों ने चंगुल में फंसाया था, वहीं कुछ ऐसे लोग भी शामिल हैं जो इनके संचालन में शामिल थे।संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार के इन ठगी केंद्रों में सैकड़ों लोगों को जबरन रखा जाता है और धोखाधड़ी कराई जाती है। ऐसे ही ठगी केंद्र कंबोडिया, लाओस, फिलीपींस और मलेशिया में भी संचालित होते हैं।
270 भारतीय थाईलैंड से लौटे
बैंकाक स्थित भारतीय दूतावास ने बताया कि भारतीय वायु सेना द्वारा संचालित दो विशेष उड़ानों के माध्यम से 26 महिलाओं सहित 270 भारतीय नागरिकों को माई सोत से भारत वापस लाने में थाईलैंड सरकार ने सहायता की है। ये सभी लोग म्यांमार से अवैध रूप से थाईलैंड में दाखिल हुए थे और स्थानीय अधिकारियों ने इन्हें देश के आव्रजन कानूनों के उल्लंघन के तहत हिरासत में लिया था।
शुक्रवार को और विमान भेजकर शेष भारतीयों को भी वापस लाया जाएगा।भारत के थाईलैंड और म्यांमार में स्थित दूतावास दोनों सरकारों के साथ मिलकर उन भारतीयों की वापसी सुनिश्चित करने में जुटे हैं जो अब भी म्यांमार में हैं। दूतावास ने कहा कि विदेश में नौकरी स्वीकार करने से भारतीय पहले नियोक्ताओं और भर्ती एजेंट की पूरी जांच-पड़ताल करें।
म्यांमार में हुए ठगी के शिकार
साथ ही, थाईलैंड में बिना वीजा प्रवेश केवल पर्यटन और अल्पकालिक व्यावसायिक यात्रा के लिए है, इसे रोजगार के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।दोनों विमान अंडमान में कुछ देर ठहराव के बाद नई दिल्ली पहुंचेंगे। सूत्रों के मुताबिक भारत लौटने के बाद इन लोगों से जांच एजेंसियां पूछताछ करेंगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्हें ठगी नेटवर्क में कैसे फंसाया गया।
(न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।