Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सनातन धर्म पर उदयनिधि स्टालिन के बयान पर SC से दखल की मांग, 262 प्रतिष्ठित हस्तियों ने CJI को लिखी चिट्ठी

    तमिलनाडु के मुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) के सनातन धर्म (Sanatan Dharma) पर दिए बयान को लेकर 262 प्रतिष्ठित हस्तियों ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के मुख्य न्यायाधीश (CJI) को पत्र लिखकर मामले में दखल देने का अनुरोध किया है। उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी। उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म का केवल विरोध नहीं करना चाहिए बल्कि इसे खत्म करना चाहिए।

    By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Tue, 05 Sep 2023 01:15 PM (IST)
    Hero Image
    सनातन धर्म पर उदयनिधि स्टालिन के बयान पर SC से दखल की मांग

    नई दिल्ली, एजेंसी। तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) के सनातन धर्म (Sanatan Dharma) पर दिए बयान पर विवाद गहराता जा रहा है। अब 262 प्रतिष्ठित हस्तियों ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर मामले में दखल देने का अनुरोध किया है। उदयनिधि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'उदयनिधि का भाषण नफरत फैलाने वाला'

    भारत की 262 प्रतिष्ठित हस्तियों ने CJI चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर उदयनिधि स्टालिन के भाषण का स्वत संज्ञान लेने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि उदयनिधि द्वारा दिया गया नफरत भरे भाषण से समाज में सांप्रदायिक हिंसा भड़क सकती है। इसलिए इस मामले का अदालत स्वत: संज्ञान ले।

    पत्र में कहा गया है कि हम सभी लोग उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर की गई टिप्पणियों से बहुत चिंतित हैं। देश के धर्मनिरपेक्ष चरित्र को बनाए रखने के लिए कार्रवाई की जरूरत है। पत्र में कहा गया है कि राज्य सरकार ने कार्रवाई करने से इनकार कर दिया है और कथित तौर पर अदालत के आदेशों की अवमानना ​​की है।  उसने कानून के शासन को मजाक बना दिया है।

    पत्र लिखने वालों में हाईकोर्ट के पूर्व जज शामिल

    जिन 62 शख्सियतों ने सीजेआई को पत्र लिखा है, उसमें तेलंगाना हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, दिल्ली, झारखंड, राजस्थान, इलाहाबाद, पंजाब और हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम के पूर्व जज शामिल हैं। इसके साथ ही, पूर्व विदेश सचिव, यूपी के पूर्व डीजीपी, भारत सरकार के पूर्व सचिव, पूर्व रॉ प्रमुख, सीवीसी के पूर्व सचिव, पंजाब, यूपी और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव शामिल हैं।

    इसके साथ ही, इनकम टैक्स के पूर्व कमिश्नर, यूनेस्को के पूर्व डायरेक्टर, इनकम टैक्स के पूर्व चीफ कमिश्नर, मध्य प्रदेश और दिल्ली के पूर्व सचिव, ओडिशा के पूर्व स्पेशल सीक्रेटरी, झारखंड के पूर्व आईजी, पूर्व आईपीएस और कंपनी लॉ बोर्ड के पूर्व सदस्य शामिल हैं। पत्र लिखने वालों में 118 आर्म्ड फोर्सेज के अधिकारी भी शामिल हैं।

    यह भी पढ़ें: सनातन धर्म के खिलाफ उदयनिधि स्टालिन के बयान पर भड़के राजनाथ सिंह, कहा- माफी मांगे I.N.D.I.A गठबंधन

    उदयनिधि ने डेंगू और मलेरिया से की सनातन धर्म की तुलना

    गौरतलब है कि उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी। उन्होंने कहा था कि जिस तरह डेंगू और मलेरिया का विरोध नहीं किया जा सकता, उसे खत्म करना पड़ता है। उसी तरह सनातन धर्म का केवल विरोध नहीं करना चाहिए, बल्कि इसे खत्म करना चाहिए।

    यह भी पढ़ें: सनातन धर्म को लेकर स्टालिन के बेटे के विवादित बोल; कहा- यह डेंगू और कोरोना की तरह, इसका खात्मा जरूरी

    उदयनिधि के बयान से मचा सियासी बवाल

    उदयनिधि के बयान से चेन्नई से लेकर दिल्ली तक बवाल मच गया है। भाजपा ने बयान की कड़ी निंदा करते हुए माफी की मांग की है। इसके साथ ही, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और शरद पवार जैसे विपक्षी नेताओं से मामले में अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।

    अपने बयान पर कायम हैं उदयनिधि

    हालांकि, उदयनिधि स्टालिन अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा है। मैं अपने बयान पर दृढ़ता से कायम हूं। मैं किसी भी तरह की चुनौती से निपटने के लिए तैयार हूं।