मिजोरम में अबतक 26 मजदूरों की मौत, निर्माणाधीन पुल पर लगी स्टील की गैन्ट्री ढहने से हुआ हादसा
Mizoram railway bridge collapses अब तक 22 शव बरामद किए जा चुके हैं। मरने वालों में 17 लोग बंगाल के थे। ढहे हुए 104 मीटर लंबे गार्डर के नीचे से शेष चार शवों को निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है। बैराबी (दक्षिणी असम के करीब) और सैरांग को जोड़ने वाला यह पुल एनएफआर के तहत आता है जो 51.38 किमी लंबी रेलवे परियोजना का निर्माण करा रहा है।

आइजोल, आइएएनएस : मिजोरम के पर्वतीय सैरांग इलाके के पास कुरुंग नदी पर बन रहे एक रेलवे पुल के गिरने से 26 श्रमिकों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए हैं। घटनास्थल पर कई अन्य लोगों के फंसे होने की आशंका है।
आइजोल से करीब 21 किलोमीटर दूर सुबह 10 बजे के आसपास जब यह दुर्घटना हुई, तो करीब 40 मजदूर मौके पर मौजूद थे। रेलवे के अनुसार मिजोरम में रेलवे पुल के ढहने की घटना स्टील की गैन्ट्री (एक प्रकार की क्रेन) के गिरने के कारण हुई है। रेलवे ने मामले की जांच के लिए उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन किया है। हादसे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की है। पीएम मोदी ने मृतक आश्रितों को दो लाख और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दस लाख रुपये की मुआवजा राशि देने की घोषणा की है।
मृतक आश्रितों को कुल 12 लाख, गंभीर घायलों को दो लाख की मदद
रेलवे और पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, अब तक 22 शव बरामद किए जा चुके हैं। मरने वालों में 17 लोग बंगाल के थे। ढहे हुए 104 मीटर लंबे गार्डर के नीचे से शेष चार शवों को निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है। बैराबी (दक्षिणी असम के करीब) और सैरांग को जोड़ने वाला यह पुल पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के तहत आता है जो 51.38 किमी लंबी रेलवे परियोजना का निर्माण करा रहा है। इस रेल लाइन में 130 पुल, 23 सुरंगें और चार स्टेशन 'हार्टोकी, कावनपुई, मुआलखांग और सैरांग' शामिल हैं।
रेलवे ने घटनास्थल पर चिकित्सक दल और इंजीनियरों की एक टीम को भेजा है। रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि निर्माणाधीन पुल से जो गैन्ट्री गिरी है, उसे एसटीयूपी कंसल्टेंट नामक कंपनी ने डिजाइन किया था और आइआइटी गुवाहाटी ने इसकी जांच की थी। गैन्ट्री इस्पात की भारी संरचनाएं होती हैं, जिनका इस्तेमाल पुल खंडों या गार्डरों को उठाने और उनको आपस में जोड़ने के लिए किया जाता है। रेलवे के प्रवक्ता ने कहा, 'पुल नहीं टूटा है। यह एक गैन्ट्री थी,जो निर्माणाधीन पुल पर उतारते समय गिर गई।'
पीएम ने राहत राशि का एलान किया
जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि वह उन लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मोदी ने एलान किया कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से दो लाख रुपये दिए जाएंगे और घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। रेल मंत्री ने मृतक आश्रितों को दस लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की जबकि गंभीर रूप से घायलों को दो लाख रुपये और मामूली घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री से बात की
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मिजोरम के राज्यपाल हरिबाबू कंभमपति और मुख्यमंत्री जोरमथंगा से फोन पर बात करके उन्हें हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भी हादसे पर मृतक आश्रितों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने इस घटना को पुल ढहना बताया जबकि रेलवे ने दावा किया है कि पुल का जो हिस्सा पहले ही बन चुका है वह अब भी बरकरार है। जोरमथंगा ने कहा कि आइजोल के पास सैरांग में निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज ढहने के बाद बचाव कार्य जारी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हादसे पर गहरा शोक जताया है। दोनों नेताओं ने प्रशासन से बचाव व राहत कार्य की गति तेज करने को कहा है।
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