भारत व चीनी सेना के बीच बातचीत खत्म, नहीं निकला कोई हल
LIVE India China Border News गलवन घाटी में भारत और चीन के प्रमुख जनरलों के बीच बातचीत खत्म हो गई है। इस बैठक में तनाव कम करने को लेकर कोई नतीजा नहीं न ...और पढ़ें

नई दिल्ली, एजेंसियां। India-China Border Tension, वास्तविक निंयत्रण रेखा (LAC) पर हिंसक झड़प के बाद उभर तनाव को लेकर गलवन घाटी में भारत और चीन के प्रमुख जनरलों के बीच बातचीत खत्म हो गई है। किसी तरह के जमीनी बदलाव न होने के कारण बातचीत का कोई नतीजा निकल कर नहीं आया। आने वाले दिनों में और अधिक वार्ता की जाएंगी। समाचार एजेंसी एएनआइ ने इसकी जानकारी दी है।
इससे पहले जानकारी आई थी कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी से मुलाकात की है। रक्षा मंत्री मामला सामने आने के बाद से ही लगाताक बैठकें कर रहे हैं। इससे पहले दिन में उन्होंने तीनों सेना प्रमुखों (सेना, नौसेना और वायु सेना) और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत के साथ बैठक की थी। साथ ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी बात की।
— ANI (@ANI) June 17, 2020
गौरतलब है कि इस झड़प में सेना के 20 जवान शहीद हो गए। झड़प में चीन को भारी नुकसान हुआ है। समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी कि सीमा पर हुई इस झड़प में चीन के 40 से ज्यादा सैनिकों के मारे जाने की संभावना है। एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि सीमा पर हुई हिंसक झड़प में चीनी सेना की यूनिट का कमांडिंग अफसर ढेर हुआ है।
— ANI (@ANI) June 17, 2020
- वास्तविक निंयत्रण रेखा (LAC) पर गलवन घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में गंभीर रूप से घायल हुए चार सैन्यकर्मी अब खतरे से बाहर हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ ने सैन्य सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी है।
- वास्तविक निंयत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीनी सेना के बीच के हिसंक झड़प के बाद उपजे तनाव पर भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त का बयान आया है। ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने कहा, 'हम सीमा पर तनाव कम करने के लिए भारत के प्रयासों से वाकिफ हैं और हमारी संवेदना शहीदों के परिजनों के साथ है। एक सैन्य अधिकारी का पिता होने के नाते मुझे पता है कि देश की रक्षा में एक सैनिक का बलिदान कितना अहम होता है।'
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- भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव ने कहा, 'हम दोनों विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत सहित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर डी-एस्केलेशन के उद्देश्य से सभी कदमों का स्वागत करते हैं।' इससे पहले रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि यह पहले ही घोषणा की जा चुकी है कि भारत और चीन के सैन्य प्रतिनिधियों ने संपर्क किया है, वे इस स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं, इसे तनाव को खत्म करने के उपायों पर चर्चा कर रहे हैं। हम इसका स्वागत करते हैं।
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- वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीनी सेना के साथ हुई झड़प में शहीद हुए जवानों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को नमन है। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों के सुप्रीम कमांडर के रूप में मैं देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए हमारे सैनिकों के अनुकरणीय साहस और सर्वोच्च बलिदान को नमन करता हूं। गलवान में अपनी जान की बाजी लगाने वाले सभी लोगों ने भारतीय सशस्त्र बल की परंपराओं को बरकरार रखा है।
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- चीन ने एक बार फिर से भारत पर उल्टा दोष मढ़ने की कोशिश की है। चीन ने अपना पुराना चरित्र दिखाते हुए भारत पर बॉर्डर प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। चीन ने एकबार फिर झूठ का राग अलापने की कोशिश की है। भारत-चीन सीमा पर तनाव के बीच आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ एक अहम बैठक की । इस अहम बैठक के बाद राजनाथ ने हिंसक झड़प में शहीद जवानों को याद करते हुए कहा है कि देश उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। मेरी भावनाएं सैनिकों के परिवार वालों के साथ हैं। हमें भारत के बहादुरों की बहादुरी और साहस पर गर्व है।
- सेना ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जनरल एमएम नरवणे, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (COAS) समेत सभी रैंक गलवन घाटी में शहीद हुए जवानों को सलाम करते हैं। हमारी संवेदनाएं उनके परिवारों के साथ हैं और देश की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए हम मजबूती से खड़े हैं। शहीद जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
- विदेश मंत्री जयशंकर ने चीनी समकक्ष से बात करते हुए चीन को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि गलवन में जो हुआ वह चीन द्वारा पूर्व नियोजित और योजनाबद्ध कार्रवाई थी जो घटनाओं के अनुक्रम के लिए जिम्मेदार है। जयशंकर ने भी चीन को सख्त संदेश देते हुए कहा कि गलवन घाटी में जो कुछ भी हुआ, वह चीन की सोची समझी साजिश थी। एस. जयशंकर ने बुधवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से फोन पर हुई बातचीत में कहा कि चीन ने पूर्वनियोजित रणनीति के तहत अपने कारनामे को अंजाम दिया है इसलिए, भविष्य की घटनाओं की जिम्मेदारी उसी पर होगी।
Wang Yi-S Jaishankar talks: Strong message conveyed by Indian Foreign Minister to China, “What happened in Galwan was premeditated and planned action by China which was responsible for the sequence of events.” pic.twitter.com/KVWtHgtylL
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- गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि गलवन घाटी में हमारी मातृभूमि की रक्षा करते शहीद हुए हमारे वीर सैनिकों को खोने का दर्द शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। देश हमारे अमर वीरों को नमन करता है, जो भारतीय क्षेत्र को सुरक्षित रखने के लिए शहीद हो गए। उनकी बहादुरी भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
- यूरोपियन यूनियन के विदेश मामलों के प्रवक्ता वर्जिनी बट्टू हेनरिक्शन ने कहा, 'यूरोपियन यूनियन ने भारत-चीन सीमा विवाद पर दोनों पक्षों को संयम बरतने की अपील की। दोनों देश डि-एस्केलेट करें और साथ-साथ बातचीन जारी रखें।
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- गलवन में चीनी और भारतीय सेना के बीच हुए हिंसक झड़प के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी फोन पर बात की। दोनों ने कहा कि पूर्वी लद्दाख की स्थिति पर चर्चा की।
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- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गलवन घाटी में जान गंवाने वाले राज्य के रहने वाले दोनों जवानों के परिवार को 5 लाख रुपये के मुआवजे और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की।
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- कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा 'क्या हमारे सैनिक / अधिकारी अभी भी लापता हैं? हमारे कितने सैनिक / अधिकारी गंभीर रूप से घायल हैं? चीन ने किन क्षेत्रों पर कब्जा किया है? इससे निपटने के लिए सरकार की क्या नीति है? कांग्रेस इस संकट में हमारी सेना, सैनिकों, उनके परिवारों और सरकार के साथ खड़ी है।'
- कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा 'आज जब इस घटना को लेकर देश में गुस्सा है तो पीएम को आगे आना चाहिए और देश को सच बताना चाहिए कि चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा कैसे किया और हमारे 20 सैनिक शहीद क्यों हुए? आज वहां क्या स्थिति है?'
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- कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा 'चीन की सीमा पर हमारे 20 सैनिकों की शहादत ने पूरे देश की अंतरात्मा को हिलाकर रख दिया है। मैं इन सब बहादुर वीरों को नमन करती हूं। दिल की गहराई से श्रद्धांजलि देती हूं। साथ ही प्रार्थना करती हूं कि उनके परिवार को ये दुख सहने की शक्ति दे।'
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री ने गलवन घाटी में शहीद हुए जवानों को 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
- पीएम मोदी ने कहा कि मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हमारे लिए भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता। भारत शांति चाहता है, लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को चीन सीमा पर शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने कहा कि मैं देश को भरोसा देता हूं कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में शहीद जवानों के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया।
- लद्दाख के गलवन घाटी में चीन के साथ हुई हिंसक झड़प में भारत की ओर से शहीद हुए 20 जवानों के नाम सामने आए हैं।
- समाचार एजेंसी एएनआइ ने सेना के सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि 15-16 जून को अपने सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद तनाव की स्थिति को कम करने के लिए गलवन घाटी में भारत और चीन के बीच मेजर जनरल स्तर की वार्ता आयोजित की गई।
-लद्दाख से नवीनतम दृश्य: लेट स्थित आर्मी अस्पताल में गलवन घाटी में चीनी सैनिकों से झड़प के दौरान शहीद हुए जवानों को पुष्पांजलि अर्पित की गई। इलाके में चॉपर की आवाजाही भी दिखी।
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- भारत-चीन सीमा की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को शाम 5 बजे एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री कार्यालय(पीएमओ) की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक, विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लेंगे।
- लद्दाख सीमा पर गलवन घाटी में हुई झड़प पर चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीन चीनी पक्ष से हम और अधिक झड़पों को नहीं देखना चाहते हैं।
- गलवन घाटी में हुए संघर्ष पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि हम(भारत और चीन) राजनयिक और सैन्य स्तर पर बातचीत कर रहे हैं। इसका सही और गलत होना बहुत स्पष्ट है। यह घटना LAC के चीनी पक्ष पर हुई और चीन इसके लिए दोषी नहीं है।
- लद्दाख सीमा पर हुई हिंसक झड़प को लेकर चीन की ओर से प्रतिक्रिया आई है। चीन ने एक बार फिर से भारत पर उल्टा दोष मढ़ने की कोशिश की है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा है कि गलवन घाटी क्षेत्र की संप्रभुता हमेशा चीन से संबंधित रही है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा है कि हम भारत से उनके सीमावर्ती सैनिकों को सख्ती से अनुशासित करने, उल्लंघन और उकसावे वाली गतिविधि को एक बार में रोकने, चीन के साथ काम करने और बातचीत और बातचीत के माध्यम से मतभेदों को सुलझाने के सही रास्ते पर वापस आने के लिए कहा है।
- चीनी मामलों के जानकार श्रीकांत कोंडापल्ली ने कहा है कि गलवन नदी घाटी में 15 जून की रात की घटना आत्मविश्वास-निर्माण के उपायों की विफलता को दर्शाती है जो हमारे भारत और चीन के बीच है। ये 1993, 1996 और 2013 के समझौतों में विकसित किए गए थे।
- समाचार एजेंसी पीटीआइ ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया है कि गलवन घाटी में हुई हिंसक झड़प में चीनी सेना की ओर से 35 लोग मारे और घायल हुए हैं।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि गलवन घाटी में सैनिकों का नुकसान गहरा, परेशान करने वाला और दर्दनाक है। हमारे सैनिकों ने कर्तव्य की राह में अनुकरणीय साहस और वीरता का प्रदर्शन किया और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं में अपने जीवन का बलिदान दिया। रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। मेरी भावनाएं सैनिकों के परिवार वालों के साथ हैं। राष्ट्र इस कठिन घड़ी में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हमें भारत के बहादुरों की बहादुरी और साहस पर गर्व है।
दिल्ली में पुलिस ने स्वदेशी जागरण मंच के सदस्यों और कुछ पूर्व सैनिकों को हिरासत में लिया है। ये सभी लोग भारत में चीनी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
- भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर हुई हिंसक झड़प पर बोलते हुए ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा है कि इस तरह की चीजें डराने वाली है। ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने कहा हम भारत और चीन को सीमा से जुड़े मुद्दों पर बातचीत से हल निकालने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हिंसा किसी के हित में नहीं है।
- समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले जानकारी दी है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीनों सेना प्रमुखों(सेना, नौसेना और वायु सेना) और रक्षा कर्मचारियों के प्रमुखों के साथ एक बैठक की है। उन्होंने मौजूदा स्थिति पर भी विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी बात की है।
- समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि लद्दाख की गलवन घाटी में हुई हिंसक झड़प में मारे गए चीनी सैनिकों में चीनी यूनिट का कमांडिंग ऑफिसर भी शामिल है।
- समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से बताया कि जो सैनिक फेस-ऑफ का हिस्सा थे, उन्होंने चीनी हताहतों की संख्या के बारे में बताया। यद्यपि मारे गए और घायल दोनों हताहतों की सही संख्या बताना मुश्किल है। संख्या 40 से अधिक होने का अनुमान है।
- समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है इसका आकलन हिंसक झड़प वाली जगह से निकाले गए चीनी सैनिकों की सख्या और उसके बाद गलवन नदी के किनारे ट्रैक पर एंबुलेंस वाहनों की संख्या पर आधारित है। इसके साथ ही उस इलाके में चीनी हेलिकॉप्टरों की आवाजाही भी तेज हुई।
- लद्दाख में गलवन नदी के पास भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि यह आकलन किया गया है कि 15-16 जून की रात को हुई हिंसक झड़प में चीन को भारी संख्या में हताहतों की संख्या का सामना करना पड़ा है।
- समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि सोमवार शाम चीनी सैनिकों के साथ लद्दाख की गलवन घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद फिलहाल चार भारतीय सैनिकों की हालत गंभीर है।
अमेरिका ने दी पहली प्रतिक्रिया
भारत और चीन की सेनाओं के बीच जारी तनाव पर अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिका ने कहा है कि वह लद्दाख सीमा पर जारी इस तनाव की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है। समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि हम वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) के पास भारत और चीन की सेनाओं के बीच तनाव की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। भारतीय सेना ने कल एक बयान जारी कर बताया था कि गलवन घाटी के पास 20 जवान शहीद हुए हैं, हम उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि भारत और चीन दोनों ने डी-एस्केलेट करने की इच्छा व्यक्त की है और हम वर्तमान स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि 2 जून को अपनी टेलीफोनिक बातचीत के दौरान, राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी ने भारत-चीन सीमा पर स्थिति पर चर्चा की थी।
अमेरिकी मीडिया का बयान
इस बीच अमेरिकी मीडिया के अनुसार, चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने भारतीय सेना के जवानों के साथ आमने-सामने की लड़ाई में उलझकर भारतीय सैनिकों को उकसाया है। 15 जून की देर शाम और रात को हुई हिंसक झड़प चीनी सैनिकों द्वारा डी-एस्केलेशन के दौरान यथास्थिति को एकतरफा बदलने के प्रयास का नतीजा है। वॉशिंगटन एग्जामिनर में एक ओपिनियन पीस में लिखा गया है कि चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए।
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच लद्दाख में गलवन घाटी के पास चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए।इनमें एक कमांडिंग अफसर भी शामिल हैं। इस झड़प में चीन को भी काफी नुकसान हुआ है। भारतीय सेना की ओर से गलवन घाटी में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ हुई झड़प में 20 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है। उधर, सूत्रों के अनुसार चीनी पक्ष के 43 सैनिकों के ढेर होने की बात कही गई है। हालांकि, इस बात की किसी भी पक्ष ने पुष्टि नहीं की है।
घटनाक्रम-
गश्त संबंधी समझौते के पेट्रोलिंग बिंदु 14 का पालन कराने के लिए 16 बिहार रेजीमेंट की टुकड़ी मौके पर गई।
सहमति के अनुसार चीन की टुकड़ी को वर्तमान स्थिति से पांच किलोमीटर पीछे चौकी नंबर 1 तक लौटना था।
पीछे लौट रहे चीनी सैनिकों ने शाम घिरने पर अंधेरे का फायदा उठाया और पलट कर भारतीय टुकड़ी पर हमला बोल दिया जो ठीक उनके पीछे थी।
चीनी सैनिकों ने भारतीय कमांडिंग अफसर संतोष बाबू व दो सैनिकों को राड और डंडे मारकर बुरी तरह घायल कर दिया।
अपने कमांडिंग अफसर व साथियों को लहूलुहान देख भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों पर जबर्दस्त हमला बोल दिया।
घंटों चले इस खूनी संघर्ष में राड, डंडे, लात व घूंसे का प्रयोग हुआ लेकिन एक भी गोली नहीं चली।
आधी रात को संघर्ष जब किसी तरह थमा दोनों पक्षों से बड़ी संख्या में लोग हताहत हो चुके थे।

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