भारत-चीन के बीच जल्द होगी 19वें दौर की सैन्य वार्ता, शांति बहाली समेत मुद्दों पर होगी चर्चा
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) ने किया जबकि चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा और समुद्री मामलों के विभाग के महानिदेशक ने किया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि सीमा पर शांति की बहाली द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने में मददगार साबित।

नई दिल्ली, पीटीआई। भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) की 27वीं बैठक बुधवार को नई दिल्ली में आयोजित की गई। इसमें पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शेष विवादित इलाकों से सेनाओं को पीछे हटाने के प्रस्तावों पर खुले एवं रचनात्मक तरीके से चर्चा की गई ताकि एलएसी पर शांति एवं स्थिरता बहाल हो सके और दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति हो सके।
द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने में मददगार साबित होगी: विदेश मंत्रालय
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) ने किया जबकि चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व चीनी विदेश मंत्रालय के सीमा और समुद्री मामलों के विभाग के महानिदेशक ने किया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि सीमा पर शांति की बहाली द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने में मददगार साबित होगी। बैठक में दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्र में एलएसी पर स्थिति की समीक्षा की।
क्या है मंत्रालय के बयान में?
मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सीमा पर शांति बहाली के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकाल के तहत दोनों पक्ष जल्द से जल्द वरिष्ठ कमांडरों के स्तर की अगले दौर यानी 19वें दौर को बैठक आयोजित करने पर सहमत हुए। यहां बता दें कि डब्ल्यूएमसीसी की स्थापना साल 2012 में सीमा मामलों पर भारत और चीन के बीच परामर्श एवं समन्वय के लिए एक मंच प्रदान कराने के उद्देश्य से की गई थी।
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