Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ऑपरेशन सिंदूर में साहस के लिए 19 CISF कर्मी सम्मानित, जवान नियंत्रण रेखा के पास स्थित पावर प्लांट में थे तैनात

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 03:40 AM (IST)

    जम्मू और कश्मीर के उरी में नियंत्रण रेखा के पास स्थित एक जल विद्युत परियोजना की सुरक्षा के लिए तैनात 19 सीआइएसएफ कर्मियों को अदम्य साहस दिखाने और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 250 नागरिकों की जान बचाने के लिए डीजी का डिस्क प्रदान किया गया है।

    Hero Image

    ऑपरेशन सिंदूर में साहस के लिए 19 CISF कर्मी सम्मानित (फोटो- एक्स)

    पीटीआई,नई दिल्ली। जम्मू और कश्मीर के उरी में नियंत्रण रेखा के पास स्थित एक जल विद्युत परियोजना की सुरक्षा के लिए तैनात 19 सीआइएसएफ कर्मियों को अदम्य साहस दिखाने और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 250 नागरिकों की जान बचाने के लिए डीजी का डिस्क प्रदान किया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    डीजी का डिस्क बल के महानिदेशक द्वारा प्रदान किया जाने वाला एक पदक है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के एक प्रवक्ता ने बताया कि इन सुरक्षा कर्मियों को पाकिस्तानी गोलाबारी के बीच 6-7 मई की रात को नागरिकों की घर-घर जाकर निकासी कराने के लिए मान्यता दी गई थी जिसमें महिलाएं, बच्चे, एनएचपीसी (राष्ट्रीय जल विद्युत निगम) के कर्मचारी और उनके परिवार शामिल हैं।

    सीआइएसएफ उरी जल विद्युत परियोजनाओं को आतंकवाद विरोधी सुरक्षा कवच प्रदान करता है, जो जम्मू और कश्मीर के बारामुला जिले में झेलम नदी पर स्थित हैं। यह संयंत्र भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के पास स्थित है।

    बयान में कहा गया, ''उनकी त्वरित और निडर कार्रवाई ने 250 नागरिकों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित की, जिससे किसी भी जान की हानि को रोका गया। जब गोलियां खतरनाक रूप से परिसर के करीब बरसीं, तब भी कर्मियों ने बंकरों को मजबूत करना, पोलनेट और उपग्रह प्रणालियों के माध्यम से संचार लाइनों को बनाए रखना और आपातकालीन सहायता प्रदान करना जारी रखा।''

    इन सैनिकों ने भारतीय प्रतिष्ठानों को लक्षित करने वाले ''दुश्मन'' ड्रोन को भी निष्कि्रय किया और संभावित विनाश को रोकने के लिए तेजी से हथियारों का पुनर्वितरण करके शस्त्रागार के भंडार की सुरक्षा की। डीजी का डिस्क सीआइएसएफ के महानिदेशक प्रवीर रंजन द्वारा 19 कर्मियों को प्रदान किया गया।

    पुरस्कार प्राप्त करने वाले कर्मियों में कमांडिंग ऑफिसर रवि यादव, डिप्टी कमांडेंट मनोहर सिंह, असिस्टेंट कमांडेंट सुभाष कुमार, इंस्पेक्टर दीपक कुमार झा, सब-इंस्पेक्टर अनिल कुमार और दीपक कुमार, असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर राजीव कुमार और सुखदेव सिंह और हेड कांस्टेबल मनोज कुमार शर्मा, राम लाल और गुरजीत सिंह शामिल हैं। सुशील व काम्बले समेत नौ कांस्टेबलों को भी डिस्क प्रदान किया गया।

    सेना प्रमुख ने 'ऑपरेशन पवन' में प्राणों की आहूति देने वाले जवानों को दी श्रद्धांजलि

    सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने 1980 के दशक के आखिर में श्रीलंका में 'आपरेशन पवन' के दौरान परमवीर चक्र विजेता मेजर रामास्वामी परमेश्वरन और अन्य सैनिकों के बलिदान को सम्मान देने के लिए नेशनल वार मेमोरियल पर मंगलवार को श्रद्धांजलि दी।

    मेजर परमेश्वरन ने इसी दिन 1987 में अपने प्राणों की आहूति दी थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी परमेश्वरन को श्रद्धांजलि दी और उनके असाधारण साहस एवं बलिदान को याद किया।