कोर्ट में सजा सुनते ही फरार हुए 16 दोषी, 6 दिनों तक पुलिस ने दबाये रखा मामला
जोधपुर के ओसिया तहसील में एससी-एसटी अदालत ने 13 साल पुराने मामले में 16 आरोपियों को सात-सात साल की कैद की सजा सुनाई। सजा सुनते ही सभी आरोपी कोर्ट परिसर से फरार हो गए। बस्ती पर हमला और आगजनी के मामले में कोर्ट ने यह फैसला सुनाया। मजिस्ट्रेट ने हिरासत में लेने का आदेश दिया लेकिन गार्ड के पहुंचने से पहले ही वे भाग गए।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एससी-एसटी मामले की विशेष अदालत ने 13 साल पुराने मामले में 16 आरोपितों को सात-सात साल कैद की सजा सुनाई। सजा सुनाते ही कोर्ट परिसर से सभी 16 आरोपी भाग गए।
मामला जोधपुर के ओसिया तहसील से जुड़ा है। घटना 26 सितंबर को दोपहर में हुई लेकिन पुलिस ने इस पूरे मामले को 6 दिन तक दबाए रखा। घटना के 6 दिन से अधिक हो जाने के बाद भी पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी को पकड़ नहीं पाई है।
सजा सुनते ही कोर्ट परिसर से फरार हुए दोषी
एससी-एसटी कोर्ट ने जोधपुर जिले की ओसिया तहसील में बस्ती पर हमला और आगजनी के मामले में 16 आरोपितों को यह सजा सुनाई। मजिस्ट्रेट ने चालानी गार्ड को सभी आरोपितों को हिरासत में लेने का आदेश दिया, लेकिन जब तक गार्ड सभी को हिरासत में लेने के लिए पहुंचे तब तक सभी आरोपी कोर्ट से भाग गए।
सभी दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज
घटना को लेकर कोर्ट रीडर संजय पुरोहित की ओर से उदय मंदिर थाने में मामला दर्ज करवाया गया है। घटना का पुलिस द्वारा जारी किए जाने वाली रिपोर्ट में भी उल्लेख नहीं किया गया।
क्या है पूरा मामला?
ओसिया तहसील के पदासला गांव में 13 साल पहले बस्ती पर फाय¨रग व हमला करने के मामले में पुलिस ने 19 लोगों के खिलाफ चालान पेश किया था। विगत वर्षों में सुनवाई के दौरान तीन लोगों की मौत भी हो गई थी अन्य 16 लोगों पर सात साल की सजा अनुसूचित जाति-जनजाति विशेष अदालत के द्वारा सुनाई गई जिसे सुनते ही सभी 16 आरोपी कोर्ट से भाग गए।
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