डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र: 1.5 करोड़ से अधिक पेंशनभोगियों ने किया उपयोग
केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि एक विशेष अभियान में 1.5 करोड़ से अधिक पेंशनभोगियों ने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त किए। पेंशनभोगियों को पेंशन पाने के लिए हर साल यह प्रमाण पत्र जमा करना होता है। पहले यह केवल भौतिक रूप में जमा होता था, लेकिन अब डिजिटल रूप से भी किया जा सकता है। यह सुविधा वरिष्ठ पेंशनभोगियों के लिए विशेष रूप से शुरू की गई थी।

1.5 करोड़ डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि हाल ही में एक महीने के विशेष अभियान के दौरान 1.5 करोड़ से अधिक पेंशनभोगियों के डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त हुए।
पेंशनभोगियों को अपनी पेंशन प्राप्त करते रहने के लिए हर साल जीवन प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य है। पहले ये प्रमाण पत्र केवल भौतिक रूप में ही जमा करने होते थे, जिससे अक्सर वरिष्ठ नागरिकों को असुविधा होती थी। अब यह कार्य डिजिटल रूप से भी किया जा सकता है।
1.5 करोड़ डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी
पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्ल्यू) ने एक से 30 नवंबर तक डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (डीएलसी) अभियान 4.0 का सफलतापूर्वक सम्पन्न किया।
डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की सुविधा विशेष रूप से अति वरिष्ठ पेंशनभोगियों की सहूलियत के लिए शुरू की गई थी। लेकिन इस पहल को नई तकनीक की मदद से सभी हितधारकों के लिए विस्तारित किया गया।
डीएलसी अभियान 4.0 सफल
कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि डीएलसी अभियान 4.0 भारत में पेंशनभोगियों के कल्याण में सुधार के लिए चलाया गया अब तक का सबसे बड़ा अभियान था, जिसके तहत 1.54 करोड़ डीएलसी बनाए गए।
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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