NITI Aayog Meeting: नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की आठवीं बैठक संपन्न, 11 राज्यों के CMs ने काटी कन्नी

नई दिल्ली, एजेंसी। नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की आठवीं बैठक राष्ट्रीय राजधानी में संपन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की, जहां पर देश को 2047 तक विकसित देश बनाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण और बुनियादी ढांचा विकास समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हालांकि, इस बैठक को लेकर जमकर राजनीति भी हुई।
नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने कहा,
'विकासशील भारत' थीम पर आज नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की आठवीं बैठक संपन्न हुई। इस समय भारत टेक ऑफ मोमेंट में है। हम सिर्फ जनसंख्या के मामले में विश्व के सबसे बड़े देश हैं। कुछ साल में विश्व के 20 फीसदी काम करने वाले आयुवर्ग के लोग भारत में होंगे। अगर इस समय (अगले 25 साल) सही चीजें की गई तो भारत निरंतरता के साथ लंबी अवधि तक तेज़ गति से विकास कर सकता है।
बैठक में किन मुद्दों पर हुई चर्चा?
उन्होंने कहा कि डिजिटाइजेशन देश में उच्च स्तर पर है। हमारे पास विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। हम सड़क, बिजली, पानी जैसे आधारभूत जरूरतों को पूरा करने के बाद अब विकास की तरफ अग्रसर हैं।
उन्होंने आगे कहा कि आज नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में इज ऑफ डूइंग बिजनेस, स्वस्थ्य, एमएसएमई, महिला सशक्तिकरण, इंफ्रास्ट्रक्चर और प्रधानमंत्री गतिशक्ति पर चर्चा की गई।
कितने राज्यों के CM ने किया किनारा?
सुब्रह्मण्यम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि बैठक में 11 राज्यों के मुख्यमंत्री नहीं आए, पर कई मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया। पहले भी ऐसा देखा गया है, लेकिन कई लोगों के लिखित वक्तव्य हमारे पास हैं। उन सब को संज्ञान में लेकर ही पॉलिसी बनाई जाती हैं।
#WATCH | "...11 Chief Ministers didn't attend the meeting. But several other Chief Ministers did. I have seen similar attendance in previous NITI Aayog Governing Council meetings. They might have their personal reasons..," says NITI Aayog CEO B.V.R. Subrahmanyam pic.twitter.com/uMf4tNpVxy
— ANI (@ANI) May 27, 2023
उन्होंने कहा कि नीति आयोग के मंच पर राज्य और केंद्र साथ मिलकर बातचीत कर सकते हैं। बैठक में नहीं आने पर आप वहां की समृद्ध सोच से चूक जाते हैं। ऐसा नहीं है कि हम किसी का बहिष्कार करेंगे, हम मिलकर काम करेंगे।
दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR), तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन समेत कई अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बैठक से किनारा किया।
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