लखनऊ में करीब डेढ़ हजार विदेशी महिलाएं अनैतिक गतिविधियों में लिप्त
Illegal Activities By Foreign Women in Lucknow : लखनऊ में बीते दो महीने में दो दर्जन से अधिक विदेशी महिलाओं को अनैतिक कार्य में लिप्त पाया गया है। यह सभी स्पा सेंटर और मसाज पार्लर में बिना वीजा और वर्क परमिट के काम कर रही थीं। इनके बारे में कोई भी जानकारी न होना एलआईयू की बड़ी नाकामी है।

आयुष्मान पांडेय, जागरण, लखनऊ : प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्पा सेंटर व मसाज पार्लर के नाम पर अनैतिक गतिविधियों का कारोबार जोरों पर है। गोमतीनगर, चिनहट, सुशांत गोल्फ सिटी, पीजीआइ, आशियाना व हजरतगंज समेत कई इलाकों में सैकड़ों की संख्या में स्पा सेंटर और मसाज पार्लर चल रहे हैं।
अनैतिक गतिविधियों में कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, ओमान और रूस समेत अन्य देशों की महिलाएं शामिल हैं। लखनऊ में डेढ़ हजार से ज्यादा विदेशी महिलाएं रह रही हैं और यह लोग सौ से अधिक मसाज पार्लर और स्पा सेंटर में काम कर रही है। सौ तो चर्चित हैं। इसके अलावा यहां पर कई स्पा सेंटर चोरी-छिपे भी चल रहे हैं, जिनकी जानकारी पुलिस और स्थानीय लोगों को है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई नहीं करते हैं।
एफआरआरओ से सूचना मिलती है, तब पुलिस विदेशी महिलाओं को पकड़ती है और पता चलता है कि उनके पास दस्तावेज नहीं हैं। स्थानीय लोग विरोध भी करते हैं, लेकिन पुलिस सुनवाई नहीं करती है। इससे साफ है कि पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत से यह धंधा फल-फूल रहा है। पुलिस के मुताबिक, लोला कायूमोवा नाम की उज्बेकिस्तान की महिला दो अन्य महिलाओं को भारत लेकर आई थी। वह भी कई वर्षों से चोरी-छिपे रह रही थी, लेकिन लोकल इनपुट तो दूर स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी नहीं हो सकी।
इससे साफ है कि लखनऊ में कोई भी आसानी से रह सकता है और कानून-व्यवस्था को चुनौती दे सकता है। लखनऊ में दो-तीन महीनों में 20 से ज्यादा विदेशी महिलाएं पकड़ी गई हैं। इसमें सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने स्पा सेंटर से छह थाई महिलाएं पकड़ी थी। उनके पास सेल-परचेज ट्रेड एक्टिविटी का वीजा था, लेकिन एम्प्लायमेंट या वर्क वीजा नहीं था। उन्हें वापस भेज दिया गया। इसके अलावा शक्ति अपार्टमेंट में 11, गोमतीनगर में ओमान की चार समेत अन्य इलाकों से विदेशी महिलाएं पकड़ी गई थीं। ओमेक्स न्यू हजरतगंज में काम करने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि दो से ढाई हजार में कमरा मिलता है। दिन-रात अराजकता होती है।
मामले में विस्तृत जांच कर सूचनाओं पर काम किया जाएगा
डीसीपी मध्य आशीष श्रीवासतव ने बताया कि राजधानी में जो विदेश से आता है, तो उसे विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) की मदद से फार्म-सी भरना होता है। उसी की मदद से लोकल इनपुट को जानकारी मिलती है। फिर भी मामले में विस्तृत जांच कर सूचनाओं पर काम किया जाएगा।
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