विफल हाईवे इंजीनियरिंग ने खत्म किया हाकी खिलाड़ी जुगराज का करियर, दकोहा के पास हुआ था खतरनाक एक्सीडेंट
Road Safety राष्ट्रीय राजमार्ग की विफल डिजाइनिंग ने एक हाकी खिलाड़ी का करियर ही खत्म कर दिया। महज 20 वर्ष की आयु में जुगराज सिंह ने एशियन और जूनियर वर्ल्ड कप अंतरराष्ट्रीय हाकी प्रतियोगिताओं में जादू चलाया था।

मनुपाल शर्मा, जालंधर। Road Safety: राष्ट्रीय राजमार्ग की डिजाइनिंग और निर्माण की विफल इंजीनियरिंग जहां कई लोगों को काल का ग्रास बना चुकी हैं, वहीं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों का करियर भी खत्म कर चुकी है। अंतरराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी जुगराज सिंह इसी खामियों से भरी डिजाइनिंग का शिकार हुए थे और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी बनने के सफर से ही बाहर होकर गए थे।
हाकी में वापसी नहीं कर पाए जुगराज
महज 20 वर्ष की आयु में जुगराज सिंह एशियन और जूनियर वर्ल्ड कप अंतरराष्ट्रीय हाकी प्रतियोगिताओं में अपनी हाकी का जादू चला चुके थे। इसी मध्य वर्ष 2003 में जालंधर छावनी रेलवे स्टेशन से सटे दकोहा मोड़ पर हाईवे निर्माण खामी के चलते ही एक कार दुर्घटना का शिकार बन गए थे। हादसा इतना खतरनाक था कि कार की छत तक उड़ गई थी। इस कार दुर्घटना में जुगराज सिंह बुरी तरह से घायल हुए थे और उन्हें जालंधर, लुधियाना के अलावा विदेश में भी इलाज करवाना पड़ा था। जुगराज सिंह कड़ी मेहनत के बावजूद अंतरराष्ट्रीय हाकी में वापसी नहीं कर पाए।
अस्पताल में दाखिल जुगराज सिंह को देखने के लिए पहुंचे थे तत्कालीन डीजीपी केपीएस गिल। (फाइल फाेटाे)
जागरूकता से हादसाें में आएगी कमी
उन्हें कई विशेषज्ञों द्वारा अगला सोहेल अब्बास माना जाता था। सोहेल अब्बास शानदार ड्रैग फ्लिकर हैं। पाकिस्तान के खिलाफ एक श्रृंखला में जुगराज सिंह ने इतना अच्छा प्रदर्शन किया कि अब्बास ने कहा कि वह जुगराज में खुद का युवा संस्करण देख सकते हैं। जुगराज सिंह इन दिनों अमृतसर में सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस हैं। उनका मानना है कि जब तक राहगीरों को सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों को लेकर जागरूकता नहीं आएगी, तब तक हादसे बंद नहीं हो सकते हैं।
दुर्घटना से पहले हाकी के मैदान में कुछ यूं रहता था जुगराज सिंह का जोश। (फाइल फाेटाे)
स्कूलों में सड़क सुरक्षा एवं ट्रैफिक नियमों का हाे एक पीरियड
जुगराज ने कहा कि हाईवे क्वालिटी के अलावा स्कूलों में रोजाना एक पीरियड सड़क सुरक्षा एवं ट्रैफिक नियमों को लेकर होना चाहिए। जब रोजाना एक विषय के तौर पर पढ़ाई करवाई जाएगी तो हर हाल में जागरुकता आएगी। उन्होंने कहा कि जब उनका हादसा हुआ तो हाईवे पर एक रिक्शा चालक एकाएक से हाईवे के मध्य आ गया था। उसे बचाने के लिए ब्रेक मारी तो कार का टायर फट गया और कार पलट गई।
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