TRE 4 में रिक्तियों की कटौती क्यों? 1 लाख से कम बर्दाश्त नहीं...9 सितम्बर को पटना में जुटेंगे राज्यभर के अभ्यर्थी
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा टीआरई-4 की परीक्षा 16 दिसंबर से 19 तक ली जाएगी। इसका परिणाम (रिजल्ट) 20 से 24 जनवरी 2026 तक प्रकाशित होगा। पर इस घोषणा के बाद अभ्यर्थी आक्रोशित हो गए। इसको लेकर 9 सितंबर को राज्य भर के अभ्यर्थी जुटेंगे और सीट बढ़ाने की मांग करेंगे।

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नीतीश सरकार ने मंगलवार को सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों पर नियुक्ति को लेकर बड़ी घोषणा की। जिसमें बताया गया कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा टीआरई-4 की परीक्षा 16 दिसंबर से 19 तक ली जाएगी। इसका परिणाम (रिजल्ट) 20 से 24 जनवरी, 2026 तक प्रकाशित होगा। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने विभागीय सभागार में पत्रकार सम्मेलन में इस आशय की जानकारी दी। पर इस घोषणा के बाद अभ्यर्थी आक्रोशित हो गए। इसको लेकर 9 सितंबर को राज्य भर के अभ्यर्थी जुटेंगे और सीट बढ़ाने की मांग करेंगे।
बता दें कि पहले जहां घोषणा हुई थी कि 1लाख 20 हजार सीटों पर टीआरई 4 में वैकेंसी आएगी पर कुछ दिनों पहले शिक्षामंत्री ने बोला था कि सीटों की संख्या कम करके 60 हजार कर दिया गया है और ये 60 हजार सीट टीआरई 5 के लिए रख दिया जाएगा क्योंकि एसटीईटी परीक्षा टीआरई 4 से पहले नहीं होगी इस कारण सीटों का बंटवारा हुआ था पर अब एसटीईटी परीक्षा टीआरई 4 परीक्षा से पहले हो रही है
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चौथे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा (टीआरई-4) से पहले राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी)-2025 का आयोजन होगा। इसकी मांग अभ्यर्थियों द्वारा पहले से की जा रही थी। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा संचालित होने वाली एसटीईटी के लिए आनलाइन आवेदन आठ से 16 सितंबर तक लिए जाएंगे। चार से 25 अक्टूबर तक परीक्षा होगी और एक नवंबर को परिणाम जारी किया जाएगा। सभी विषयों की एसटीईटी होगी। कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी को एसटीईटी पास होना अनिवार्य है।
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