कौन हैं पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर, Land Fraud Case में भेजा गया जेल, यहां चेक करें पूरी केस स्टडी
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को 1999 Deoria fraud case के चलते गिरफ्तार किया गया है। जज के सामने पेशी के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया। उन पर अप ...और पढ़ें

Ex. Amitabh Thakur, 1999 Deoria fraud case
एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के देवरिया में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को लखनऊ से दिल्ली जा रही ट्रेन से शाहजहांपुर में गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद लखनऊ पुलिस उन्हें लेकर देवरिया पहुंची जहां से जज के सामने पेश किया गया। पेशी के उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत दिया गया है।
कौन हैं पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर
अमिताभ ठाकुर 1993 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। वर्तमान समय में वे इस पद से रिटायर्ड हैं। वर्तमान में वे आजाद सेना के अध्यक्ष के पद पर हैं। अक्सर ही वे बयानों और कार्यों के लिए सरकार से पंगा लेते नजर आये हैं। अमिताभ ठाकुर का जन्म 16 जून 1968 को हुआ था।
1999 में लाभ के पद के चलते हुए गिरफ्तार
लखनऊ जनपद के तालकटोरा थाना क्षेत्र स्थित आवास विकास कालोनी के रहने वाले संजय शर्मा ने 12 सितंबर 2025 को राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री व प्रमुख सचिव सहित अन्य उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर आरोप लगाया था की 1999 में अमिताभ ठाकुर पुलिस अधीक्षक देवरिया के पद पर रहते हुए छल से सरकारी संपत्ति हड़पने का अपराध किया है।
कौन हैं उनकी पत्नी जिनके नाम पर ली गई थी संपत्ति
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पत्नी का नाम नूतन ठाकुर है। संजय शर्मा ने अमिताभ ठाकुर व उनकी पत्नी नूतन ठाकुर के विरुद्ध धोखाधड़ी, जालसाजी से कागज बनाने, षड्यंत्र रचने, छलपूर्वक बेईमानी करने की धारा में मुकदमा दर्ज कराया था।
क्या था मामला
FIR के मुताबिक अमिताभ ठाकुर ने 1999 में एसपी देवरिया रहते हुए अपनी पत्नी नूतन ठाकुर के नाम औद्योगिक क्षेत्र में एक प्लॉट खरीदा। प्लॉट लेने के समय उनकी पत्नी नूतन ने अपना नाम नूतन देवी लिखा, जबकि पति का नाम अभिजात ठाकुर/अभिताप ठाकुर लिखा और पते में खैरा, जिला सीतामढ़ी, बिहार लिखा गया है। प्रॉपर्टी लेने के बाद उसी प्रॉपर्टी का वास्तविक नाम और पते के आधार पर बेंचा गया। सरकारी विभागों, बैंकों और राज्य सरकार को धोखे में रखा गया।
अमिताभ ठाकुर के भाई भी हैं IAS
अमिताभ ठाकुर के भाई का नाम अविनाश कुमार कुमार है और वे आईएएस के पद पर तैनात हैं। झारखंड सरकार ने सीनियर आईएएस अविनाश कुमार को नए मुख्य सचिव का दायित्व भी सौंपा है। इसके अलावा भी वे विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। अमिताभ ने 1992 में भारतीय पुलिस सेवा में प्रवेश किया।

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