चीन के राष्ट्रीय ध्वज में 5 स्टार्स का क्या है महत्व, जानें क्यों देश में एक ही पार्टी कर रही राज
चीन का वर्तमान राष्ट्रीय ध्वज पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हाथ में सत्ता आने के साथ 1 अक्टूबर 1949 को अपनाया गया था। यह झंडा लाल रंग का है जिसमें 5 सितारे मौजूद हैं। इससे पहले 1928 तक यूज होने वाला नेशनल फ्लैग वर्तमान में ताइवान का राष्ट्रीय झंडा है।

एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। किसी भी देश के राष्ट्रीय ध्वज (National Flag) से विश्वभर में उसकी पहचान होती है। हर देश के झंडे में कुछ विशेष होता है। चीन (पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) का वर्तमान राष्ट्रीय ध्वज को 1949 में अपनाया गया था। यह एक लाल पृष्ठभूमि वाला झंडा है जिस पर पांच पीले सितारों को जगह दी गई है. यह सितारे साम्यवाद का प्रतीक हैं। इसमें से एक सबसे बड़ा स्टार कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना का प्रतिनिधित्व करता है वहीं बाकी के 4 स्टार्स चीनी लोगों के चार वर्गों- किसानों, श्रमिकों, बुद्धिजीवियों और उद्यमियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
चीन के झंडे का इतिहास और महत्व
चीन के नेशनल फ्लैग को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना के साथ ही 1 अक्टूबर 1949 में अपनाया गया था। इस झंडे को झेंग लियानझोंग ने डिजाइन तैयार किया था। ध्वज में मौजूद तारे और इसका लाल रंग चीन की राजनीतिक विचारधारा और इतिहास के साथ ही क्रांति, प्रगति और लोगों की भावना का प्रतीक है।
चीन के राष्ट्रीय ध्वज का इतिहास
चीन में किंग राजवंश के समय चीन का राष्ट्रीय ध्वज एक पीले रंग की पृष्ठभूमि पर एक नीले ड्रैगन और एक लाल मोती वाला था। इस ध्वज को 1862 के आसपास अपनाया गया था। इसके बाद 1912 में चीन गणराज्य की स्थापना के बाद, पीला ड्रैगन ध्वज से हटा दिया गया और उसकी जगह एक पांच रंगों वाला ध्वज आया, जिसमें लाल, पीला, नीला, सफेद और काला रंग शामिल था, जो विभिन्न जातीय समूहों का प्रतिनिधित्व करता था। इस ध्वज का उपयोग 1928 तक किया गया। इसके बाद इसमें बदलाव किया गया। नए झंडे में लाल पृष्ठभूमि पर एक नीला आयत और उस पर एक सफेद सूरज था। यह चीन गणराज्य (ROC) का ध्वज था। ताइवान देश आज इसी राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग कर रहा है। इसके बाद 1949 में पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के स्थापना के साथ वर्तमान ध्वज को अपनाया गया, जो एक लाल पृष्ठभूमि पर पांच पीले सितारों से बना है।
चीन के राष्ट्रीय ध्वज के महत्वपूर्ण फैक्ट्स
- चीन का वर्तमान राष्ट्रीय ध्वज 1 अक्टूबर 1949 को अपनाया गया था।
- वर्तमान झंडे का डिजाइन झेंग लियानझोंग ने तैयार किया था।
- इस झंडे की पृष्ठभूमि लाल रंग की है जिस पर 5 पीले रंग के स्टार्स हैं।
- सबसे बड़ा सितारा चीन की पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना को दर्शाते हैं।
- चार छोटे सितारे देश के चार वर्गों को दर्शाते हैं।
देश पर एक ही पार्टी क्यों करती है राज
हर देश में शासन करने के लिए दो या उससे ज्यादा पार्टियां होती हैं जिसमें एक सत्ता पक्ष एवं एक विपक्ष होता है। लेकिन चीन में सिर्फ एक ही पार्टी यानी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) का शासन है। इसके पीछे कई एतिहासिक, राजनीतिक और वैचारिक कारण हैं।
1949 में चीनी क्रांति के बाद कम्युनिस्ट पार्टी कर रही राज
चीन में वर्ष 1949 में एक क्रांति हुई जिसके बाद कम्युनिस्ट पार्टी का उदय हुआ। इसके बाद इस पार्टी के हाथ में पूरी तरह सत्ता चली गई। कुछ समय में ही इसने सभी राष्ट्रवादी दलों को सत्ता से बाहर कर दिया गया। पार्टी ने समाजवाद की विचारधारा को अपनाते हुए देश की राजनीतिक प्रणाली को एकदलीय बना दिया, जिससे अन्य राजनीतिक दलों या विरोधी विचारों को उभरने का मौका नहीं मिला।
चीन में एक ही पार्टी के फायदे और नुकसान
फायदे
- चीन में एक ही पार्टी होने के चलते वह अपने हिसाब से काम करती है जिससे काम जल्दी हो जाता है क्योंकि उसका विरोध करने वाला कोई नहीं होता।
- सरकार लंबे समय तक योजनाएं बनाकर उन्हें क्रियान्वित कर सकती है, जिससे आर्थिक प्रगति लगातार बनी रहती है।
नुकसान
- देश में मानवाधिकार उल्लंघन, अल्पसंख्यकों पर दमन और राजनीतिक विरोधियों पर कार्रवाई जैसी समस्याएं कुचल दी जाती हैं।
- लोकतांत्रिक अधिकारों, अभिव्यक्ति और स्वतंत्रता पर पूरी तरह से वहां की सरकार नजर रखती है।
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