UPSC Success Story: हिंदी मीडियम से पढ़ाई कर दूसरे प्रयास में आईएएस बनीं कृतिका मिश्रा, युवाओं की दी ये सलाह
आईएएस कृतिका मिश्रा ने यूपीएससी एग्जाम में 66 रैंक हासिल करके आईएएस बनने का गौरव हासिल किया। उन्होंने यूपीएससी एग्जाम की पूरी तैयारी हिंदी मीडियम में की। पहले प्रयास में वे प्रीलिम और मेंस एग्जाम में सफलता प्राप्त करके इंटरव्यू से बाहर हो गयीं। इससे हताश न होकर उन्होंने तैयारी जारी रखी और अगले अटेम्प्ट में इस एग्जाम में सफलता प्राप्त की।

एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। हमारे देश में लगातार अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई का वर्चस्व लगातार बढ़ता जा रहा है। लेकिन इस समय ऐसे भी कई लोग हैं जो कि हिंदी भाषा से बेहतर अध्ययन करके आईएएस बनने तक का सफर पूरा कर रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं कृतिका मिश्रा जिन्होंने हिंदी मीडिया में टॉप किया। यही नहीं उन्होंने 2022 में 66वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनना का गौरव भी हासिल किया।
पहले प्रयास में असफल होने से नहीं हुई हताश
आईएएस कृतिका मिश्रा ने यूपीएससी के पहले प्रयास में प्री और मेंस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर ली लेकिन इंटरव्यू में उन्हें असफलता का मुंह देखना पड़ा। लेकिन वे इस असफलता से हताश नहीं हुई और उन्होंने दोबारा से इस एग्जाम की तैयारी शुरू कर दी। अगले वर्ष यानि कि 2022 में उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर 66वीं रैंक हासिल कर आईएएस जैसा पद हासिल किया।
कौन हैं कृतिका मिश्रा
कृतिका मिश्रा कानपुर, उत्तर प्रदेश की निवासी हैं। उनके पिता का नाम दिवाकर मिश्रा है जो एक इंटर कॉलेज में टीचर हैं। उनकी मां एलआईसी में कार्यरत हैं। कृतिका ने 12वीं एवं स्नातक आर्ट्स विषयों से उत्तीर्ण किया और अभी वे कानपुर यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रही हैं।
तैयारी कर रहे युवाओं की दी यह सलाह
यूपीएससी की तैयारी कर रहे युवाओं को सलाह देते हुए कृतिका मिश्रा ने बताया कि तैयारी के लिए सबसे जरूरी है सिलेबस का समझना और उसके अनुसार ही तैयारी को आगे बढ़ाना। तैयारी के दौरान अभ्यर्थी पिछले 10 वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें और समय-समय पर मॉक टेस्ट अवश्य हल करते रहें। अभ्यर्थियों को ज्यादातर NCERT आधारित पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इंटरव्यू के दौरान उम्मीदवारों को खुद के ऊपर काबू रखना अहम है। इस दौरान उन्हें अपना धैर्य रखते हुए नर्वस नहीं होना चाहिए।
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