UPSC Success Story: बिना कोचिंग के यूपीएससी ईएसआईसी में पायी 5वीं रैंक, जानें शुभम गुप्ता की सफलता की कहानी
UPSC Success Story प्रतिवर्ष लाखों अभ्यर्थी यूपीएससी की भर्ती परीक्षाओं के लिए तैयारी करते हैं जिनमें से कुछ ही सफल हो पाते हैं लेकिन कुछ उम्मीदवार ऐस ...और पढ़ें

UPSC Success Story: देश में भर्ती परीक्षाओं में सबसे कठिन यूपीएससी की परीक्षाओं को माना जाता है। यूपीएससी प्रतिवर्ष कई पदों के लिए भर्ती का आयोजन करता है। इन्हीं में से एक एम्प्लॉई स्टेट इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (ESIC) में डिप्टी डायरेक्टर पद के लिए परीक्षा आयोजित की जाती है। इस परीक्षा की तैयारी के लिए प्रतिवर्ष लाखों स्टूडेंट्स तैयारी करते हैं लेकिन उसमें से कुछ ही सफल हो पाते हैं। लेकिन क्या हो अगर कोई बिना कोचिंग के केवल स्व-अध्ययन के बलबूते इस कठिन परीक्षा भाग लेकर टॉपर्स की लिस्ट में जगह बना ले। आज हम बात करेंगे ऐसे ही एक उम्मीदवार शुभम गुप्ता की, जिन्होंने UPSC ESIC की परीक्षा में 5वीं रैंक हासिल कर शीर्ष-5 में अपना स्थान पक्का किया।
स्व-अध्ययन से हासिल की सफलता
यूपीएससी ईएसआईसी के डिप्टी डायरेक्टर पद के लिए होने वाली परीक्षा में 5वीं रैंक पाने वाले शुभम ने कभी भी तैयारी के लिए किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया। उन्होंने स्व-अध्ययन के दम पर इस न ही इस परीक्षा में सफलता हासिल की बल्कि टॉप-5 में जगह भी बनाई। उन्होंने इस परीक्षा को पास करने के लिए प्रतिदिन 2 घंटे से लेकर 12 घंटे तक अध्ययन किया। उनका प्रतिदिन पढ़ाई का एवरेज समय 4 से 5 घंटे का रहता था।
सभी विषयों के तैयार किये नोट्स
उन्होंने परीक्षा के लिए सभी विषयों के नोट्स तैयार किये। नोट्स में उन्होंने छोटी-छोटी बातों को कवर किया और उनका अध्ययन किया। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को किसी भी विषय को कम नहीं समझना चाहिए, बल्कि हर एक विषय के नोट्स ध्यानपूर्वक तैयार करें, यह नोट्स आपकी एग्जाम तैयारी के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होंगे।
फैमिली और फ्रेंड्स को मानते है मोटिवेशन
शुभम गुप्ता ने बातचीत के दौरान अपनी फैमिली और दोस्तों को सफलता का श्रेय दिया। उन्होंने बताया कि परिवार के ससस्यों और उनके दोस्तों ने इस जर्नी में उनका बखूबी साथ दिया। वे दोनों को ही अपना मोटिवेशन मानते हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।